सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यू भोपाल: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग जारी है और 7 नवंबर से नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। इस बीच, अमेरिका के रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर्स ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ खुलकर बयान दिया है। इन अधिकारियों का कहना है कि अगर ट्रम्प फिर से सत्ता में आते हैं तो यह अमेरिका की सुरक्षा और संविधान के लिए खतरा होगा।
रिटायर्ड अफसरों के गंभीर आरोप
ट्रम्प पर आरोप लगाने वालों में उनके पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ जनरल जॉन केली शामिल हैं, जिन्होंने बताया कि ट्रम्प घायल सैनिकों के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते थे। जनरल मार्क मिल्ली, जो ट्रम्प के प्रशासन के दौरान जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष थे, ने भी ट्रम्प को देश के लिए सबसे खतरनाक व्यक्ति बताया।
रक्षा सचिवों का इस्तीफा और विरोध
ट्रम्प के कार्यकाल में रक्षा सचिव जिम मैटिस ने 2018 में ट्रम्प की नीतियों के विरोध में इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने ट्रम्प के कदमों को संविधान के लिए खतरा करार दिया। इसी तरह, 2023 में पूर्व रक्षा सचिव मार्क एस्पर ने भी ट्रम्प को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया।
2020 के प्रदर्शन और सेना का उपयोग
2020 में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद हुए विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए ट्रम्प ने सेना का उपयोग किया था। इसे लेकर रक्षा सचिव मैटिस ने इसे संविधान का मजाक कहा था। हाल ही में, एक इंटरव्यू में ट्रम्प ने दंगाइयों को देश का दुश्मन बताते हुए सेना लगाने की बात कही थी।
डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रतिक्रिया
डेमोक्रेटिक पार्टी ने ट्रम्प के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। राष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा कि ट्रम्प विरोधियों से नफरत करते हैं और सत्ता में आने पर विरोध करने वालों के खिलाफ गोली चलाने का आदेश भी दे सकते हैं।
अमेरिकी चुनाव की स्थिति
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इस माहौल में रिटायर्ड अफसरों का ट्रम्प के खिलाफ खुलकर सामने आना चुनावी चर्चा का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।