सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के भोपाल परिसर में डॉ भीमराव अंबेडकर के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आभासीय माध्यम से कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्यअतिथि प्रो सुधीर कुमार जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय , नई दिल्ली के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी ने की। यह कार्यक्रम दिल्ली मुख्यालय द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया। जिसमें परिसर एवं आदर्श विद्यालयों के प्राध्यापकगण एवं छात्र शामिल रहे।
इस अवसर पर प्रो.सुधीर कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर हमारे देश के संविधान के जनक रहे हैं जिनके आदर्श आज भी हमारे लिए प्रेरणा स्रोत का कार्य करते हैं। उनके द्वारा चलाए गए समानता के आंदोलन तथा भेदभाव की समाप्ति के लिए किए गए प्रयास आज भी हमारे लिए स्मरणीय हैं।उन्होंने संस्कृत भाषा का उदघोष किया और संस्कृत भाषा के विकास के लिए मार्ग निर्देशन किया ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा कि जिस व्यवस्था के अनुरूप भारत प्रगति कर रहा है वह व्यवस्था संविधान पर आधारित है ।यह संवैधानिक व्यवस्था भीमराव अंबेडकर की देन है ।भारत का संविधान विश्व प्रसिद्ध है जिसकी अपनी अनूठी पहचान है ।यह संविधान की विशिष्टता है कि यह हमारे लिए जीवन्त रूप मे उपस्थित है। इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो. एल नारायण सिम्हा थे। कार्यक्रम का संचालन सुनीता ने किया ।