सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: AA, किसी आम आदमी से पूछेंगे कि यह क्या लिखा है तो वो कहेगा कि ये दो अंग्रेजी अल्फाबेट हैं, पर यही सवाल अगर किसी साउथ इंडियन सिनेमा के फैन से पूछेंगे तो उसके दिमाग में सबसे पहले सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की इमेज आएगी, क्योंकि साउथ में AA अल्लू अर्जुन का ट्रेडमार्क है।

अल्लू अर्जुन के पास 7 करोड़ की वैनिटी है जिसका नाम फैल्कन है। एक्टर ने यहां भी अपने नाम का लोगो AA लगाया हुआ है।

यह ट्रेडमार्क ऐसे ही नहीं बना। इसका क्रेडिट जाता है ‘आर्या’ और ‘पुष्पा: द राइज’ जैसी फिल्मों को। 2021 में रिलीज हुई ‘पुष्पा: द राइज’ के बाद तो अल्लू के करियर में ऐसा उछाल आया है कि जहां वो कभी एक फिल्म के लिए 18-20 करोड़ रुपए फीस लेते थे, वहीं अब 90 से 125 करोड़ रुपए चार्ज करते हैं।

वहीं सुनने में आया है कि ‘पुष्पा: द राइज’ के सेकेंड पार्ट ‘पुष्पा 2: द रूल’ से अल्लू फीस समेत 330 करोड़ रुपए की कमाई कर सकते हैं। आज यानी 8 अप्रैल को अल्लू अर्जुन अपना 42वां बर्थडे मना रहे हैं। इस मौके पर ‘पुष्पा 2: द रूल’ का टीजर भी रिलीज किया गया है।

इस खास मौके पर जानते हैं ‘पुष्पा’ से पहले और ‘पुष्पा’ के बाद अल्लू अर्जुन के राइज और रूल की कहानी…

2 साल की उम्र में शुरू की एक्टिंग

8 अप्रैल 1982 को जन्मे अल्लू ने मात्र 2 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट डेब्यू कर लिया था। उनकी पहली फिल्म 1985 में रिलीज हुई चिरंजीवी स्टारर ‘विजेता’ थी। इसके बाद वो कमल हासन स्टारर ‘स्वाति मुथ्यम’ में भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आए थे।

इसके बाद साल 2003 में अल्लू ने फिल्म ‘गंगोत्री’ से बतौर लीड एक्टर डेब्यू किया। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास परफाॅर्म नहीं कर पाई, पर इसके लिए अल्लू ने बेस्ट डेब्यू एक्टर का नंदी अवॉर्ड अपने नाम किया था।

फिल्म ‘गंगोत्री’ के एक सीन में एक्ट्रेस अदिति अग्रवाल के साथ अल्लू अर्जुन। इस फिल्म को अल्लू के पिता ने ही प्रोड्यूस किया था।

सुकुमार का मिला साथ, ‘आर्या’ से बने सुपरस्टार

7 मई 2004 को रिलीज हुई करियर की दूसरी फिल्म ‘आर्या’ से ही अल्लू अर्जुन सुपरस्टार बन गए। इस फिल्म को सुकुमार ने डायरेक्ट किया था। 4 करोड़ में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 30 करोड़ रुपए कमाए।

इसी फिल्म ने अल्लू अर्जुन को स्टाइलिश सुपरस्टार अल्लू अर्जुन बना दिया। बतौर डायरेक्टर और राइटर यह सुकुमार की भी पहली फिल्म थी।

इस फिल्म के लिए सुकुमार को बेस्ट डायरेक्टर का फिल्मफेयर साउथ अवॉर्ड मिला, वहीं अल्लू ने स्पेशल ज्यूरी कैटेगरी में नंदी अवॉर्ड अपने नाम किया।

2011 में इस फिल्म को हिंदी में डब करके ‘आर्या की प्रेम प्रतिज्ञा’ नाम से रिलीज किया गया। यहां से अल्लू ने हिंदी बेल्ट के दर्शकों में अपनी पहचान बनाई। खास बात यह है कि अल्लू से पहले यह फिल्म रवि तेजा, नितिन और प्रभास को भी ऑफर की गई थी।