सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु संस्था में नवीनतम तकनीक से युक्त उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रयत्न शील रहते हैं। इसी कड़ी में यूरोलॉजी विभाग में एक सिस्टोस्कॉनपी कक्ष का उद्घाटन किया गया। प्रो.सिंह ने कक्ष का उद्घाटन करते हुए कहा कि इस सुविधा के प्रारंभ हो जाने से भविष्य में और अधिक मरीजों के छोटे ऑपरेशन किए जा सकेंगे और प्रतीक्षा सूची काफी कम हो जाएगी। यह सभी ऑपरेशन डे-केयर के अनुसार किए जाएंगे। ऐसे ऑपरेशन में मरीज को सुबह से शाम तक ही अस्पताल में रखा जाता है और ऑपरेशन के बाद शाम को उन्हें घर भेज दिया जाता है।
यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ देवाशीष कौशल ने बताया कि पिछले 1 वर्ष में विभाग द्वारा करीब 2 हजार छोटे और 1 हजार बड़े ऑपरेशन किये गये हैं। पिछले कुछ समय से बढ़ती हुई मरीजों की संख्याह के कारण ऑपरेशन के लिए काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है। सिस्टो स्कॉपी कक्ष के शुरू होने से सिस्टोयस्कॉतपी की प्रतीक्षा सूची लगभग समाप्त हो जाएगी जो पहले एक से दो महीने की थी।

Cystoscopy room inaugurated in AIIMS
सिस्टोस्कॉपी एक मूत्र मार्ग के रास्ते से मूत्राशय की जांच की एक विधि है, इस विधि को इस्तेमाल कर दूरबीन द्वारा मूत्र नलिका की रूकावट की शल्य चिकित्सा, मूत्राशय कैंसर जांच, बोटोक्स इंजेक्शन मूत्राशय में लगाना, दूरबीन द्वारा मूत्र नलिका एवं डीजे स्टेंट स्थापित करना एवं डीजे स्टेंशट निकालना आदि किया जा सकता हैI ।