सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह के प्रयास, संस्थाकन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और कुछ कर गुजरने का जुनून आखिर रंग दिखाने लगा है। नई दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल ने वर्ष 2024 की नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में 31वीं रैंक हासिल की है। पिछले साल इसकी रैंकिंग 38 थी। एक साल के भीतर ही संस्थाभन ने 7 पायदान की शानदार छलांग लगाई है। जबकि इससे पहले इस रैंकिंग में संस्थांन शामिल भी नहीं था। देश भर में चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े 182 संस्थानों के साथ प्रतिस्पर्धा के बाद यह स्थान हासिल किया है । एम्स नई दिल्लीं पहले की तरह नंबर वन पोजिशन पर बरकरार है।
रैंकिंग फ्रेमवर्क कई श्रेणियों के अंतर्गत संस्थानों का मूल्यांकन करता है, जिसमें मरीज की देखभाल, अनुसंधान, छात्रों का प्लेसमेंट में प्रदर्शन और स्नातक के बाद उच्च अध्ययन के लिए छात्रों का चयन शामिल हैं। संस्थान के छात्रों ने देश भर के उच्च रैंक वाले संस्थानों और विदेशों के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में स्थान हासिल किया हैं। एम्स के फैकल्टी और छात्रों ने भी अपना अनुकरणीय शोध कार्य प्रदर्शित किया है और अनेक पुरस्कार जीते हैं।
एम्स के संकाय सदस्यों ने पिछले वर्षों में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वित्त पोषण एजेंसियों से प्रतिस्पर्धी आधार पर 175 से अधिक शोध अनुदान प्राप्त किए हैं, और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 1000 से अधिक वैज्ञानिक शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं।
डॉ. अजय सिंह के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में संस्थान तेजी से प्रगति कर रहा है। संस्था अपने अथक प्रयासों से आने वाले वर्षों एवं उसके बाद के वर्षों में भी और बेहतर रैंकिंग हासिल करने में सफल होगा