सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: राष्ट्रीय पोषण माह के सिलसिले में एम्स के बाल चिकित्सा विभाग की स्मार्ट यूनिट और क्षेत्रीय पोषण पुनर्वास संसाधन और प्रशिक्षण उत्कृष्टता केंद्र (RCOENRRT) ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) मध्य प्रदेश के सहयोग से राज्य के न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर्स (NRCS) में कार्यरत फीडिंग डेमोंस्ट्रेटर्स के लिए एक विशेष ऑनलाइन क्विज का आयोजन किया। जिसका उद्देश्य गंभीर कुपोषण (SAM) के उपचार की सही विधियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
एम्स के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह ने बच्चों के समग्र विकास में पोषण के महत्व को बताते हुए कुपोषित बच्चों के पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले फीडिंग डेमोंस्ट्रेटर्स के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा: “उचित पोषण एक बच्चे की वृद्धि और विकास की नींव है। एम्स में, हम मध्य प्रदेश में पोषण पुनर्वास प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे स्वास्थ्य कर्मी और फीडिंग डेमोंस्ट्रेटर्स कुपोषण से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से सुसज्जित हों। इस क्विज में फीडिंग डेमोंस्ट्रेटर्स की सक्रिय भागीदारी उनकी हमारे सबसे कमजोर बच्चों की भलाई को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मैं विजेताओं और सभी प्रतिभागियों को उनके उत्साह और समर्पण के लिए बधाई देता हूं।”
इस क्विज प्रतियोगिता में बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल थे, जिसमें प्रत्येक प्रतिभागी को प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देने के लिए 90 सेकंड का समय दिया गया और सभी प्रश्नों को पूरा करने के लिए कुल 30 मिनट दिए गए। इस क्विज में राज्यभर के 227 फीडिंग डेमोंस्ट्रेटर्स ने सक्रिय रूप से भाग लिया। शीर्ष तीन विजेताओं का चयन उनकी गति और सटीकता के आधार पर किया गया, जिसमें सभी ने 20 में से 18 अंक प्राप्त किए। जिसमें पहला स्था्न जिला अस्पताल एनआरसी, इंदौर की श्रीमती अलका भट्ट को दूसरा स्थाएन एसएमटीयू ग्वा्लियर की कमलेश धाकड़ को जबकि तीसरा स्थाभन एनआरसी जिला अस्पताल, खरगोन की शबनम बानों ने हासिल किया।