सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में जाकर वहां के निवासियों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करना एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह का एक लक्ष्य है। उनका मानना है कि जब तक हम ग्रामीणों तक नहीं पहुंचेंगे ग्रामीण अंचलों तक नहीं पहुंचेंगे तब तक हम सही रूप में मानव की सेवा नहीं कर सकते।
इसी सिलसिले में 21 मई को एम्स भोपाल के एंडोक्रिनोलॉजी और मेटाबॉलिज्म विभाग की एक टीम ने डॉ.अल्पेश गोयल के नेतृत्व में नैदानिक देखभाल सेवा प्रदान की। डॉक्टरों ने मधुमेह, हाइपरथायरायडिज्म, हाइपोथायरायडिज्म और छोटे कद जैसी सामान्य अंतःस्रावी स्थितियों वाले 27 रोगियों को देखा। इस दौरान लोगों के केशिका रक्त शर्करा परीक्षण के अलावा मधुमेह और इंसुलिन से सम्बंधित शिक्षा दी गयी । उन्हें यह भी बताया गया कि स्थानीय रूप से उगाई जाने वाली और उपलब्ध सब्जियों और फलों का उपयोग करके किस तरह कम लागत में व्यंजन बनाए जा सकते हैं।
मरीजों को उनकी चिकित्सा स्थितियों जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, थायरॉयड विकार, कम वजन, मोटापा आदि के अनुसार आहार और शारीरिक गतिविधि के बारे में भी शिक्षित किया। सामुदायिक और पारिवारिक चिकित्सा विभाग से अनंथन और सैयद आशीष ने एनसीडी रोगियों के लिए ओपीडी सेवाएं प्रदान कीं और रोगियों को आहार और जीवन शैली में बदलाव के बारे में भी सलाह दी। डेंगू और अन्य वेक्टर जनित रोगों के विभिन्न नियंत्रण और रोकथाम उपायों के बारे में उनके द्वारा एक स्वास्थ्य शिक्षा सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें 17 लाभार्थियों ने भाग लिया। कुल मिलाकर, 59 रोगियों को इस गतिविधि से लाभ हुआ।