सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के ट्रॉमा और आपातकालीन चिकित्सा विभाग द्वारा “सुरक्षित कल के लिए आज जागरूक बनें ” विषय के तहत एनीमल बाइट पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

एनीमल बाइट और रेबीज की रोकथाम के महत्वपूर्ण मुद्दे पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने किया। उपस्थिति को संबोधित करते हुए प्रोफेसर अजय सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि एनीमल बाइट न केवल एक चिकित्सीय समस्या है बल्कि एक सामाजिक चिंता भी है जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि एनीमल बाइट, विशेषकर रेबीज की रोकथाम और प्रबंधन के बारे में जागरूकता पैदा करना और जनता को शिक्षित करना एक चुनौती भरा काम है । इसके लिए हमें अपने प्रयासों को अपनी संस्था के दायरे से परे बढ़ाना होगा ।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओप्रभाकर तिवारी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में सहयोगात्मक प्रयासों के साथ आगे बढ़ने पर बल दिया ।
इससे पहले कार्यक्रम में, ट्रॉमा और आपातकालीन चिकित्सा विभाग के प्रमुख प्रोफेसर यूनुस ने भारत में एनीमल बाइट से संबंधित चिंताजनक आंकड़े प्रस्तुत किये। उन्होंने बताया कि देश में हर घंटे रेबीज के कारण दो व्यक्तियों की जान चली जाती है।

इसलिए इस तरह के जागरूकता अभियानों की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। इस दौरान मेडिकल की पढाई कर रहे छात्रों द्वारा एनीमल बाइट पर जागरूकता से सबंधित एक स्किट भी प्रस्तुत की गयी।