सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स में 12 से 18 अगस्त 2024 तक एंटी-रैगिंग सप्ताह मनाया जा रहा है। इसके तहत, एम्स भोपाल के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह ने एमबीबीएस 2023 और बीएससी नर्सिंग 2023 बैच के नए छात्रों को संबोधित किया। प्रो. सिंह ने संस्थान की रैगिंग के प्रति जीरो-टॉलरेंस नीति पर चर्चा करते हुए रैगिंग क्या होती है, इसके बारे में विस्तार से छात्रों को बताया। उन्होंने रैगिंग के विभिन्न रूपों, जैसे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक उत्पीड़न, पर भी चर्चा की और यूजीसी के दिशानिर्देशों के तहत रैगिंग में शामिल पाए जाने पर छात्रों के विरूद्ध की जाने वाली दंडातमक कार्यवाही के बारे में भी बताया।
प्रो. सिंह ने कहा, “रैगिंग के परिणाम न केवल पीड़ितों के लिए बल्कि इसमें शामिल लोगों के लिए गंभीर हो सकते हैं।” उन्होंने परिसर में एक सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया, जहां आपसी सम्मान और गरिमा का पालन किया जाए।
सभी छात्रों को स्पष्ट रूप से बताया गया कि किसी भी प्रकार की रैगिंग में शामिल होना सख्त वर्जित है और इस पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें निलंबन या संस्थान से निष्कासन भी शामिल हो सकता है।

Anti-ragging week organized in AIIMS from 12 to 18 August 2024
एम्स में एंटी-रैगिंग सप्ताह के दौरान जागरूकता कार्यक्रम, कार्यशालाएं और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य छात्रों को रैगिंग के खतरों के बारे में शिक्षित करना और छात्रों के बीच सम्मान और सद्भाव की संस्कृति को बढ़ावा देना है।
डॉ .अजय सिंह, एम्स ने कहा- “रैगिंग एक निंदनीय कृत्य है जिसका एक शैक्षणिक संस्थान जैसे एम्स में कोई स्थान नहीं है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि यहां हर छात्र सुरक्षित, सम्मानित और समर्थित महसूस करे। मैं सभी छात्रों से आग्रह करता हूं कि वे एक रैगिंग-मुक्त वातावरण बनाए रखने में सक्रिय भागीदारी निभाएं और सहानुभूति और सम्मान के मूल्यों को बनाए रखें।”