सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने अपना स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर एम्स के कार्यपालक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग को पिछले एक साल में विभाग द्वारा की गई प्रगति के लिए बधाई दी। प्रो. सिंह ने हेपेटाइटिस बी वायरस से सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एंटी-एचबीएस-टाइटर अभियान जैसी नई पहलों की शुरुआत की और एचआईवी पॉजिटिव रोगियों के वायरल लोड का पता लगाने के लिए कोबास 5800 सुविधा और एंटीबायोटिक नीति को सुविधाजनक बनाने के लिए वर्ष 2024 के लिए एंटीबायोटिकोग्राम जारी किया।
इस कार्यक्रम में माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. आरती कपिल, प्रोफेसर (सेवानिवृत्त), माइक्रोबायोलॉजी विभाग, एम्स नई दिल्ली और इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट की पूर्व अध्यक्ष उपस्थित रहीं। “एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (एएमआर) के खिलाफ लड़ाई में माइक्रोबायोलॉजिस्ट की भूमिका” पर उन्होंने तेजी से और सटीक माइक्रोबायोलॉजिकल निदान, क्षेत्र में हाल की प्रगति और एएमआर को नियंत्रित करने की लड़ाई में चिकित्सकों के बीच टीमवर्क के निर्माण के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान सहकर्मी-समीक्षित वैज्ञानिक पांडुलिपियों के लेखन के लिए बड़े भाषा मॉडल के उपयोग पर एक वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें नेत्र विज्ञान और मूत्रविज्ञान विभागों में सहायक प्रोफेसर डॉ. समेंद्र करखुर और डॉ. माधवन ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में सप्ताह के दौरान आयोजित साहित्यिक और कला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृंत किया गया।