सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह के मार्गदर्शन में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रो. सिंह का मानना है कि “नशा केवल व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक सेहत को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की प्रगति को भी बाधित करता है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्यी नशे के विनाशकारी प्रभावों से न केवल लोगों को अवगत कराना है, बल्कि उन्हें नशा मुक्ति के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करना भी है। ”
इस कार्यक्रम के अंतर्गत मनोचिकित्सा विभाग द्वारा नशे के दुष्प्रभावों एवं नशा मुक्ति के विभिन्न विकल्पों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर डीन (अकादमिक्स) और डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) ने बताया कि मनोचिकित्सा विभाग मानसिक स्वास्थ्य और नशा मुक्ति के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि एम्स में नशा मुक्ति के लिए एक विशेष ओ.पी.डी. (बाह्य रोगी विभाग) भी कार्यरत है, जहाँ नियमित रूप से सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संकाय सदस्य, रेजिडेंट्स, छात्र, एवं अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया और नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए शपथ ली। एम्स न केवल उपचार प्रदान करने में अग्रणी है, बल्कि इस सामाजिक बुराई के खिलाफ लड़ाई में समाज को सशक्त बनाने के लिए भी प्रतिबद्ध है।