सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह हमेशा ही इस बात पर जोर देते हैं कि हमें अपने परिसर से बाहर निकल कर, लोगों के बीच में जाकर उनके स्वास्थ्य की देखभाल करके और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देकर ही हम सही मायने में अपने उत्तरदायित्व को निभा सकते हैं। इसी उद्देश्य से एम्स भोपाल की एक टीम ने सीहोर के बालिका स्कूल में एक काउंसलिंग सेशन आयोजित किया। सीहोर में सूर्या फाउंडेशन द्वारा पीपीपी मॉडल के तहत चलाए जा रहे एक बालिका विद्यालय में 458 लड़कियों की सिकल सेल बीमारी के लिए जांच की गई।
जांच के बाद 2 लड़कियां सिकल सेल बीमारी से ग्रस्त पायी गयी, जबकि 62 लड़कियों में इस बीमारी के जीन पाए गए। सूर्या फाउंडेशन की ओर से एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह से इन लड़कियों और उनके माता-पिता की काउंसलिंग के लिए आग्रह किया गया । इसी सिलसिले में एम्स भोपाल की एक टीम के द्वारा डॉक्टर सचिन बंसल के नेतृत्व में कन्या विद्यालय के परिसर में ऐसी लड़कियां जिनमे सिकल सेल बीमारी पाई गई या जिनमे ऐसे जीन थे, उनकी और उनके माता-पिता की काउंसलिंग की गयी। उन्हें इस बीमारी के बारे में बताया गया।
आने वाली पीढ़ी में इसको फैलने से रोकने के बारे में भी जानकारी दी गई। ऐसी लड़कियां जो सिकल सेल बीमारी से ग्रसित थी उन्हें एम्स भोपाल द्वारा आवश्यक दवाई भी दी गई। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह का मानना है की एम्स भोपाल दूर दराज़ के इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगा।