सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह रैगिंग के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हैं। रैगिंग के किसी भी रूप को संस्थांन द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता है। यदि कोई ऐसा करने का प्रयास भी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाती है। एम्स कैंपस में शून्यक रैगिंग सुनिश्चित करने के लिए एमबीबीएस 2021, 22 & 23 बैच के छात्रों के लिए एंटी रैगिंग सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान में लागू रैगिंग विरोधी नियमों के बारे में बताया गया। इसमें मेडिकल कॉलेज के शैक्षणिक माहौल में रैगिंग के हानिकारक प्रभावों का उल्लेख किया गया और छात्रों को किसी भी घटना की जानकारी तुरंत रैगिंग विरोधी समिति एवं दस्ते या छात्रावास अधीक्षकों को देने के लिए कहा गया। साथ ही नवागंतुक छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया गया।
छात्र कभी भी यूजीसी की हेल्प लाइन नंबर 1800-180-5522 पर संपर्क कर अपनी समस्यां बता सकते हैं। रैगिंग करने वाले व्य क्ति को यूजीसी गाइडलाइन के अनुसार दंडित किया जाएगा। इसी सिलसिले में आज बीएससी नर्सिंग 2024 बैच के छात्रों को भी रैगिंग से संबंधित जानकारी दी गई। इस अवसर पर उन्हेंज एंटी रैगिंग से जुड़े इंस्टाग्राम रील्स, शॉर्ट वीडियो और ई-पोस्टर बनाने के लिए प्रोत्सागहित किया गया। एंटी रैगिंग सप्ताडह के दौरान विभिन्नप गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जिससे कि छात्रों में सकारात्मरक महौल बन सके और वे अपनी ऊर्जा सही दिशा में केंद्रित कर सके।