सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के अस्थि रोग विभाग ने को “विश्व स्पाइन दिवस और विश्व बाल चिकित्सा हड्डी और जोड़ दिवस” के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य रीढ़ की हड्डी और बच्चों की हड्डी व जोड़ संबंधी बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम का उद्घाटन एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने किया, जो स्वयं एक विशेषज्ञ बाल चिकित्सा आर्थोपेडिक सर्जन हैं।
निदेशक सिंह ने रीढ़ की हड्डी की विकृतियों और बच्चों में हड्डी व जोड़ से जुड़ी समस्याओं के उचित उपचार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “बच्चों में हड्डी और जोड़ की समस्याओं के शुरुआती लक्षणों की पहचान और उचित समय पर निदान से गंभीर जटिलताओं से बचा जा सकता है, जिससे वे एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।” उन्होंने बताया कि रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य को बनाए रखना हमारे दैनिक जीवन के सुचारु संचालन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर निदेशक सिंह ने जरूरतमंद मरीजों को 11 व्हील चेयर भी वितरित की। कार्यक्रम में रीढ़ की हड्डी और बाल चिकित्सा अस्थि रोग से पीड़ित मरीजों और उनके परिवारों को आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने अपने अनुभव साझा किए और इस पहल की सराहना की।
निदेशक रेहान-उल-हक ने कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि विश्व स्पाइन दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है जो रीढ़ की हड्डी के दर्द और विकलांगता के वैश्विक बोझ के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलों में से एक माना जाता है। विश्व बाल चिकित्सा हड्डी और जोड़ दिवस बच्चों में मस्कुलोस्केलेटल स्थितियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनकी शुरुआती पहचान और उचित उपचार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।

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