सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान ने विश्व एड्स दिवस 2024 के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का आयोजन किया।
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य ह्यूमन इम्यूनो डिफिशिएंसी वायरस (एचआईवी), संबंधित बीमारियों और रोकथाम के उपायों के बारे में जनता को शिक्षित करना था। इस अवसर पर एम्स भोपाल के एआरटी (एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी) सेंटर के कर्मचारियों द्वारा सुई से लगने वाली चोट (नीडल स्टिक इंजरी) और उससे जुड़े खतरों के बारे में भी जानकारी साझा की गई।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में फैकल्टी, रेजिडेंट्स, कर्मचारी, छात्र और मरीज उपस्थित हुए, जिन्होंने एचआईवी/एड्स और इसकी रोकथाम के बारे में जानकारी प्राप्त की।
निदेशक सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एचआईवी/एड्स की जागरूकता और रोकथाम के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “एचआईवी/एड्स न केवल एक चिकित्सा चुनौती है, बल्कि एक सामाजिक चुनौती भी है। जागरूकता और शिक्षा इस बीमारी से लड़ने के सबसे प्रभावी साधन हैं।” इस कार्यक्रम में डीन एकेडमिक्स प्रो. रजनीश जोशी ने एक विशेष डाक टिकट प्रदर्शनी प्रस्तुत की। एआरटी इंचार्ज प्रो. सीमा महंत और नोडल अधिकारी सागर खडंगा ने जागरूकता सत्र का नेतृत्व किया और दर्शकों को रोग के महत्वपूर्ण पहलुओं, रोकथाम और समय पर उपचार के महत्व के बारे में जानकारी दी।
यह आयोजन जागरूकता बढ़ाने और उपस्थित लोगों को एचआईवी/एड्स की रोकथाम और प्रबंधन के बारे में व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए एक प्रभावी मंच साबित हुआ।
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