सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशानुसार और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेशानुसार, एम्स भोपाल में 15 नवंबर 2024 तक सतर्कता जागरूकता अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज सतर्कता जागरूकता अभियान के तहत “नैतिकता और शासन” विषय पर पहला व्याख्यान आयोजित किया गया।
इस अवसर पर एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने कहा, “सतर्कता जागरूकता हमारे संस्थान के सुशासन और नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस अभियान के माध्यम से हम सभी को अपने कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने का अवसर मिलता है।
एम्स भोपाल इन नैतिक सिद्धांतों के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, और इस तरह के कार्यक्रम हमारे समर्पण को और मजबूती प्रदान करते हैं।” “नैतिकता और शासन” विषय पर व्याख्यान राजेश कुमार गुप्ता, निदेशक, अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण संस्थान, द्वारा दिया गया। श्री गुप्ता ने शासन में नैतिकता की महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि “नैतिक मानदंड किसी भी सफल और सम्मानित संस्थान की आधारशिला होते हैं। नैतिक मूल्यों पर आधारित शासन यह सुनिश्चित करता है कि सभी हितधारक—चाहे वे मरीज हों, कर्मचारी हों, या व्यापक समुदाय—संस्थान के निर्णयों और कार्यों पर भरोसा कर सकें। नैतिक शासन सभी स्तरों पर निष्पक्षता और जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देता है, जिससे कर्मचारियों को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा मिलती है, चाहे उन्हें कितनी भी चुनौतियों का सामना करना पड़े। नैतिक मानकों का पालन करके, संस्थाएं एक जवाबदेही का वातावरण तैयार करती हैं, जहां निर्णय लेने वाले और कर्मचारी दोनों अपने कार्यों के लिए उत्तरदायी होते हैं।”
कर्नल डॉ.अजीत कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन में कहा, “इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम हमें सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। एम्स भोपाल में सतर्कता जागरूकता और नीति-निर्धारण में नैतिकता को प्राथमिकता देने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।”
सतर्कता जागरूकता अभियान के तहत भविष्य में और भी व्याख्यान और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य संस्थान में सुशासन और पारदर्शिता को और मजबूत करना है। कार्यक्रम में एम्स भोपाल के वरिष्ठ संकाय सदस्य, नर्सिंग स्टाफ, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।