सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के कार्यपालक प्रो.अजय सिंह ने नियोनेटोलॉजी और बाल रोग ओपीडी में दुर्लभ रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए एक समर्पित हेल्पर डेस्क “आस्थाप” का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रो. सिंह ने कहा कि “एम्स में दुर्लभ रोग सहायता केंद्र का उद्घाटन हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह केंद्र उन लोगों के लिए आशा की किरण है जो दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे हैं। इस पहल से न केवल मरीजों को चिकित्सा सुविधा मिलने में आसानी होगी, बल्कि उन्हें आवश्यक संबल और जानकारी भी प्राप्त होगी। मैं फाइज़र और डॉक्टर्स फॉर यू को इस सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूं। एम्स हमेशा से ही रोगियों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहा है और यह केंद्र हमारे इस संकल्प को और मजबूती प्रदान करता है
यह पहल फाइज़र की सीएसआर पहल के तहत आयोजित की गई और डॉक्टर्स फॉर यू द्वारा क्रियान्वित की गई। कार्यक्रम के दौरान, दुर्लभ रोगों के मरीजों को इलाज में मिलने वाली चुनौतियों और इस केंद्र के माध्यम से मिलने वाले समाधानों पर प्रकाश डाला। फाइज़र और डॉक्टर्स फॉर यू के प्रतिनिधियों ने अपने संगठनों की इस पहल के महत्व पर जोर दिया। एम्स भोपाल के अधिकारियों ने भी इस केंद्र के माध्यम से मरीजों को मिलने वाली बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा की।
हेल्पडेस्क टीम मरीजों को आवश्यक सेवा के लिए अस्पताल में आने-जाने में मदद करेगी। कागजी कार्रवाई से संबंधित औपचारिकताओं को पूरा करने में उनका मार्गदर्शन और दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को आवश्यकतानुसार यात्रा और आवास की सुविधा खोजने में सहायता करेगी। इस हेल्पडेस्क का उद्देश्य मरीजों और देखभाल करने वालों के बीच की खाई को पाटना और पात्र मरीजों को दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने में मदद करना है, जैसा कि राष्ट्रीय दुर्लभ रोग नीति के तहत अनुमोदित है, जिसके लिए संस्थान को परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार से 3 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है और एनपीआरडी 2021 के तहत अनुमोदित आवश्यक दवाओं की खरीद की प्रक्रिया में है।