सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री वय वंदना योजना का शुभारंभ किए जाने के बाद, एम्स भोपाल ने इस योजना के तहत 87 वर्षीय निदेशक केहर सिंह पटेल को पहला आयुष्मान कार्ड जारी किया। निदेशक पटेल, जो कि 1937 में जन्मे हैं, को एम्स भोपाल में भर्ती किया गया था, और उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क चिकित्सा उपचार के लिए पंजीकृत किया गया। यह कदम प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत मिलने वाले लाभों का लाभ लेने वाले पहले मरीज के रूप में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ।


यह पूरी प्रक्रिया वार्ड में ही पूरी की गई, जिससे मरीज को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। आयुष्मान कार्ड की स्वीकृति के बाद, प्रो. अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक, एम्स भोपाल ने स्वयं वार्ड में जाकर निदेशक केहर सिंह पटेल जी को उनके बिस्तर पर यह आयुष्मान कार्ड सौंपा। इस दौरान उन्होंने श्री पटेल को योजना के लाभों से अवगत कराया और उन्हें अच्छे स्वास्थ्य की शुभकामनाएं दीं। प्रो. सिंह ने यह भी निर्देश दिए कि इस योजना के तहत अधिक से अधिक पात्र मरीजों की पहचान और पंजीकरण सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाए। एम्स भोपाल समस्त एम्स में से पहला ऐसा संस्थान है जिसने इस प्रकार प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत वृद्ध मरीज को आयुष्मान कार्ड जारी किया है और इसे पूरी तरह से क्रियान्वित करने के लिए तत्पर है।
इस अवसर पर निदेशक सिंह ने कहा, “हमारा सौभाग्य है कि हम प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत आयुष्मान कार्ड जारी करने वाले पहले संस्थान हैं। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बड़ा कदम है, जो उन्हें वित्तीय सुरक्षा और नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान करती है। एम्स भोपाल इस योजना को पूरी तरह से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, और हम जल्द ही एक विशेष अभियान शुरू करेंगे ताकि अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को इस योजना का लाभ मिल सके। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वृद्ध नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं।”

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