सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशों और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेशानुसार, एम्स भोपाल में 15 नवंबर 2024 तक सतर्कता जागरूकता अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत “साइबर हाइजीन और सुरक्षा” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने कहा, “एम्स भोपाल अपने सभी कर्मचारियों और छात्रों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें संभावित साइबर जोखिमों के प्रति जागरूक बना रहा है। हम अपने सभी कार्यों में, विशेषकर डिजिटल सुरक्षा में, उच्च स्तर की सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं। आज की इस डिजिटल दुनिया में साइबर खतरे, विशेष रूप से स्वास्थ्य संस्थानों के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं जहाँ संवेदनशील जानकारी का आदान-प्रदान होता है। ‘साइबर हाइजीन और सुरक्षा’ पर यह व्याख्यान हमारे समुदाय को सशक्त बनाने के उद्देश्य से है ताकि वे बेहतर साइबर प्रथाओं को अपनाकर डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बना सकें।”
“साइबर हाइजीन और सुरक्षा” विषय पर यह व्याख्यान मैनिट भोपाल के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष दीपक सिंह तोमर द्वारा दिया गया। व्याख्यान में उन्होंने सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार, साइबर खतरों की पहचान, और व्यक्तिगत एवं संस्थागत डेटा की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उनके द्वारा साझा की गई जानकारी ने उपस्थित लोगों को डिजिटल जिम्मेदारी और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित किया।
इस व्याख्यान का उद्देश्य कर्मचारियों और छात्रों को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराना और उन्हें डिजिटल खतरों से बचने के उपाय सिखाना था। एम्स भोपाल में चल रहे सतर्कता जागरूकता अभियान में ईमानदारी, पारदर्शिता और विभिन्न क्षेत्रों में सतर्कता के महत्व पर जोर दिया जा रहा है, जो सार्वजनिक संस्थानों में भ्रष्टाचार मुक्त और सुरक्षित वातावरण को बढ़ावा देने के राष्ट्रीय प्रयासों के साथ मेल खाता है।