भोपाल । प्रदेश सरकार लोगों में आयोडीन, कैल्शिमय, आयरन एवं अन्य जरूरी पोषण तत्वों की पूर्ति के लिए पहले से ही फोर्टिफाइड सांची ब्रॉड के दूध, तेल, आटा की आपूर्ति करा रही है। अब उचित मूल्यों की दुकानों पर मिलने वाला नमक भी डबल फोर्टिफाइड होगा। साथ ही आंगनबाडिय़ों में भी फोर्टिफाइड नमक का उपयोग होगा। जिसमें आयोडीन एवं आयरन अलग से मिलाया जाएगा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने इसकी मंजूरी दे दी है। इससे नमक की कीमत में कोई इजाफा नहीं होगा,लेकिन सरकार को नमक सप्लाई करने वाली कंपनियों को अलग से भुगतान करना होगा। जिससे सरकार पर सालाना करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आता है। राज्य सरकार छह महीने पहले सांची ब्रॉड के सभी दूध उत्पादों को फोर्टिफाइड बेच रही है। उसके बाद से दूध के स्वाद एवं गुणवत्ता में बदलाव आया है।
खाद्य मंत्री बिसाहु लाल सिंह ने मिलावटी नमक (फोर्टिफाइड)का लोकार्पण भी कर दिया है। मंत्री का दावा है कि डबल फोर्टिफाइड नमक में आयोडीन एवं आयरन दोनों ही प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह नमक सामान्य रूप से बाजार में उपलब्ध नहीं है। महिला बाल विकास में मध्यान्ह भोजन, आंगनबाड़ी पोषण आहार जैसी योजनाओं के लिए इस नमक के उपयोग के लिए अपनी सहमति दी है। इसके पीछे सरकार का तर्क है कि आदिवासी क्षेत्रों में पौष्टिक खानपान नहीं मिलने के कारण गर्भवती माताएं और बच्चे दोनों ही कुपोषण का शिकार हो जाते थे। आदिवासी क्षेत्रों में डबल फोर्टिफाइड उत्पादों का वितरण किया गया। जिससे एनीमिया में सुधार दिखा है।
आदिवासियों पर किया ट्रायल
प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 में प्रदेश के 20 जिलों के 89 आदिवासी विकास खंडो में 26 लाख परिवारों का कुपोषण मिटाने के नाम पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली में डबल फोर्टिफाइड नमक का वितरण प्रारंभ किया गया था। हालांकि आदिवासियों के कुपोषण में कोई कमी नहीं आई, लेकिन सरकार का दावा है कि एनीमिया के प्रकरणों में 5 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आई। इसके आधार पर महिला बाल विकास विभाग के सभी भोजन कार्यक्रम, मध्यान्ह भोजन में फोर्टिफाइड नमक का उपयोग की मंजूरी दी गई है। साथ ही सभी आदिवासी, उच्च शिक्षा, अस्पतालों एवं अन्य विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों, कैंटीनों में भी फोर्टिफाइड नमक का उपयोग किया जाएगा।
अफसरों के तर्क
प्रमुख सचिव खाद्य फैज अहमद किदवई का दावा है कि उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुपोषण की स्थिति थोड़ी व्यापक होने के कारण गर्भवती माताओं में खून की कमी के कारण मृत्यु दर अधिक थी। इसके उपयोग से मृत्यु दर में काफी कमी आई है। नागरिक आपूर्ति निगम प्रबंध संचालक अभिजीत अग्रवाल ने कहा कि डबल फोर्टिफाइड नमक बाजार में उपलब्ध नहीं होता, क्योंकि अधिकतर लोग इसे बनाते नहीं हैं और बनाते भी हैं तो काफी अधिक मूल्य पर बाजार में मिलता है। नमक जीवन की दैनिक उपयोग की वस्तु है। जब हमें इसे खाना ही है तो क्यूँ न अच्छा खाएँ और स्वस्थ्य रहें।
दूध का बिगड़ गया स्वाद
प्रदेश सरकार ने छह महीने पहले सांची ब्रॉड के सभी दूध उत्पादों में फोर्टिफाइड (अतिरिक्त विटामिन की मिलावट)की अनुमति दी थी। इसके बाद से दूध का स्वाद बिगड़ गया है। दुग्ध संघ के अधिकारियों के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में दूध की हर महीने होने वाली आपूर्ति में कोई वृद्धि नहीं हुुई। हालांकि दूसरे दुग्ध ब्रॉड की विक्री बड़ी है।