भिलाई ।  लगभग सवा साल के बाद सोमवार को प्रदेश सहित जिले के भी निजी और सरकारी स्कूल खुल तो आज पहले के जैसे स्कूलों में रौनक लौट आयी। पहले दिन पहुंचे छात्र-छात्राओं का तिलक लगाकर स्वागत किया गया इस दौरान  सभी बच्चे अपने मुंह में मास्क लगाकर स्कूल पहुंचे तो विद्यालय के शिक्षकों ने छात्र और छात्राओं के हाथ सेनेटाईज करवाकर छात्रों को पढाई के लिए क्लास रूम में भेजे।

भिलाई-दुर्ग के सभी स्कूल कालेज में आज से पढ़ाई शुरू हो गई। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए कड़ाई से गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य रखा गया। स्कूल में प्रवेश के समय मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित रखा गया। स्कूल पहुंचने पर छात्र-छात्राओं को सैनिटाइजर से हाथ साफ करने को कहा गया। प्राथमिक शालाओं में पहुंचे छात्र-छात्राओं को प्रवेशोत्सव का आयोजन कर तिलक लगाकर स्वागत किया गया। छात्र-छात्राओं को पाठ्य सामग्री का भी वितरण किया गया। पहले दिन सभी स्कूलों में अपेक्षा के अनुरुप उपस्थिति रहने से शिक्षा विभाग उत्साहित है। सरकारी स्कलों में पढ़ाई शुरू करने से पहले विद्या की देवी माता सरस्वती का पूजन किया गया। पहली से पांचवी तक आदेश के अनुसार दो घंटे तक अध्यापन कार्य चला। इस दौरान एक घंटे के बीच 15 से 20 मिनट का अवकाश दिया गया।

गौरतलब रहे कि कोरोना की दस्तक पडऩे के बाद मार्च 2020 से  स्कूलों को बंद रखा गया। बीच में एक बार पहली लहर से राहत के हालात बनते ही स्कूल शुरू करने की कोशिश हुई ती लेकिन दूसरी लहर की दस्तक पड़ते ही पुन: स्कलों का संचालन बंद कर ऑनलाइन पढ़ाई को प्राथमिकता दी गई। हाल के दिनो मेें प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की गति धीमी पड़ चुकी है। इसे देखते हुए 2 अगस्त से स्कूल खले जाने का निर्णय लिया गया। संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूल में मास्क सैनिटाइजर और तापमान मापने की मशीन उपलब्ध रखी गई है। सर्दी- जुकाम व बुखार के लक्षण होने पर छात्र-छात्राओं को स्कूल नहीं आने की समझाइश दी गई है।