सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने दिल्ली दौरे के दौरान गुरुवार को राहुल गांधी और केजरीवाल से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी सांसदों को सोचना चाहिए कि हमारा अगला कदम क्या होगा? क्योंकि हमारे लोकतंत्र में इलेक्शन अब फेयर और निष्पक्ष नहीं रह गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल ने 10 साल में बहुत काम किए हैं, जिसे जनता जानती हैं। भाजपा को चुनाव आयोग का आशीर्वाद था, इसी वजह से दिल्ली में जीती है। उसे चुनाव आयोग का आभार करना चाहिए।
दिल्ली में काफी जगह वोट काटे गए थे, चुनाव आयोग ने लोगों से वोट डालने का अधिकार छीना है।
ठाकरे की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 3 बड़ी बातें …
1. चुनाव आयोग ने कई राज्यों में हेराफेरी की आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा और दिल्ली सहित कई राज्यों में मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने लोगों के वोट देने के अधिकार को छीन लिया है और वह इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए भी तैयार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष इस मामले को औपचारिक रूप से उठाएगा। साथ ही ठाकरे ने जोर देकर कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव देश के लिए जरूरी हैं।
ठाकरे ने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते बने रहते हैं। हमने केजरीवाल से दोस्ती के संकेत के तौर पर बैठक की। इसमें शिवसेना (UBT) संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी भी मौजूद थे। मीटिंग में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव और विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के भविष्य पर चर्चा की।
2. चुनाव की निष्पक्षता पर उठाए सवाल हमें लगता है कि देश में अब लोकतंत्र नहीं रहा। केजरीवाल जी और कांग्रेस के साथ जो हुआ, वह भविष्य में नीतीश जी, आरजेडी और चंद्रबाबू जी नायडू के साथ भी हो सकता है।
3. I.N.D.I.A. में कोई एक नेता नहीं भारत गठबंधन का नेतृत्व संयुक्त है। कोई एक नेता नहीं है। यह अहंकार या किसी के लाभ की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश के भविष्य की लड़ाई है।
ठाकरे ने शिंदे को देश द्रोही कहा
शिंदे को सम्मानित किए जाने पर उद्धव ठाकरे गुट ने नाराजगी जताई। आदित्य ठाकरे ने कहा,
जो लोग महाराष्ट्र विरोधी हैं, वे देश के भी विरोधी हैं। ऐसे लोगों को सम्मानित करना हमारी नीति के खिलाफ है। मैं शरद पवार की सोच से सहमत नहीं हूं।
दरअसल, NCP (शरद गुट) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को दिल्ली में महाराष्ट्र के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे को सम्मानित किया था। इस पर महाविकास अघाड़ी (MVA) में सहयोगी पार्टी शिवसेना (UBT) ने नाराजगी जताई।
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि शिंदे ने ही अमित शाह की मदद से शिवसेना को तोड़ा था। उनका सम्मान करना भाजपा नेता का सम्मान करने के जैसा है। जिसे हम महाराष्ट्र का दुश्मन समझते हैं उसे ऐसा सम्मान देना, महाराष्ट्र के गौरव पर आघात है।
राउत ने कहा कि शरद पवार को इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहिए, क्योंकि शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए की सरकार गिरा दी थी। उन्होंने सवाल किया- क्या आप जानते हैं कि यह अवॉर्ड किसने दिया? राजनीतिक नेताओं को दिए जाने वाले ऐसे अवॉर्ड या तो खरीदे या बेचे जाते हैं।
विधानसभा चुनाव में MVA को 46 सीट मिली थीं महाराष्ट्र में नवंबर 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना (UBT), NCP (शरद गुट) और कांग्रेस के गठबंधन MVA की हार हुई थी। MVA में शिवसेना (UBT) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की NCP को 10 सीटों पर जीत मिली थी। बहुमत का आंकड़ा 145 है।
महायुति को 230 सीटें मिलीं। इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और NCP को 41 विधायक जीते। वहीं, MVA को 46 और अन्य को 12 सीटें मिली थीं।
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