सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: 30 वर्ष से कम उम्र के युवा भी अब हाइपरटेंशन का शिकार हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण है— रोजमर्रा के खानपान में अधिक नमक का सेवन करना। देश में हापरटेंशन से जूझ रहे कुल मरीजों में 7 प्रतिशत 30 वर्ष से कम उम्र के हैं। भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा देशभर के कई राज्यों में हुए शोध में यह बात सामने आई है।‘ हाइपरटेंशन बीमारी के संबंध में बीते 30 साल से गहन शोध कर रहे आईसीमएआर—राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान, जबलपुर (ICMR-NIRTH) में वरिष्ठ वैज्ञानिक तापस चकमा ने अंतरराष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य कार्रवाई दिवस (International Day of Action for Womens Health) पर भोपाल स्मारक अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (बीएमएचआरसी) में आयोजित कार्यक्रम में यह जानकारी दी। कार्यक्रम में एम्स, भोपाल के एंडोक्रोनोलॉजी विभाग में अतिरिक्त प्रोफेसर रेखा सिंह ने महिलाएं व मोटापा विषय पर, जबकि शहर की मशहूर विशेषज्ञ श्रीमती अमिता सिंह ने महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषण विषय पर व्याख्यान दिया।
इस दौरा बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक मनीषा श्रीवास्तव भी मौजूद थीं। डॉ श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का बीएमएचआरसी में स्वागत किया और कहा कि आने वाले समय में भी लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए ये कार्यक्रम किए जा रहे हैं
डॉ तापस चकमा ने युवाओं में हाइपरटेंशन की समस्या के संबंध में अपना अनुभव भी साझा किया। उन्होंने बताया, ‘एक बार अपनी रिसर्च के संबंध में मैं रतलाम गया। वहां एक 21 वर्षीय लड़की का ब्लड प्रेशर चेक करने पर मैं चौंक गया। उसका ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा (170/110) था।इसे कन्फर्म करने के लिए मैंने तीन—चार बार फिर चेक किया। ब्लड प्रेशर की मशीन बदली, लेकिन फिर भी रीडिंग वही आई। इसके बाद मैंने लड़की व उसके परिवारवालों से उसके खान—पान को लेकर सवाल पूछने शुरू किए, तो पता चला कि वह हर रोज चिप्स और पैकेज्ड फूड खाती थी, जिनमें नमक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसके बाद मुझे समझ आया कि वह इतनी कम उम्र में हाइपरटेंशन की चपेट में कैसे आ गई।‘ महिलाओं में डॉ रेखा सिंह ने बताया कि पुरुषों के मुकाबले अधिक महिलाएं मोटापे का शिकार हैं और उन्हें पुरुषों की तुलना में उन्हें मोटापे से अधिक खतरा है। काफी बच्चे भी आजकल मोटापे के शिकार हैं। अगर कोई लड़की अपनी तरुणावस्था में ही मोटापे का शिकार हो जाती है, तो उन्हें पोलिस्टिक ओवरी सिंडोम और गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है।
खाने के पहले और बाद में न लें चाय, कॉफी और चॉकलेट : आहार रोग विशेषज्ञ श्रीमती अमिता सिंह ने बताया कि हमें कभी भी भोजन करने से 1 घंटे पहले और भोजन करने के दो घंटे बाद तक चाय, कॉफी, कोल्ड डिंक या चॉकलेट नहीं खाना चाहिए। इससे भोजन में मौजूद कैल्श्यिम और आयरन शरीर में अवशोषित नहीं होता, जिससे एनीमिया और आर्थराइटिस का शिकार हो सकती हैं। महिलाओं को इन दोनों बीमारियों से अधिक खतरा होता है, इसलिए उन्हें इसका ध्यान रखना चाहिए।
इस तरह मापें ब्लड प्रेशर
डॉ चकमा ने बताया कि ब्लड प्रेशर की जांच करने के लिए भी एक गाइडलाइन है। काफी लोग इसका पालन नहीं करते, जिससे ब्लड प्रेशर की रीडिंग सही नहीं आती। बीपी जांच करते समय इन बातों का ख्याल रखें :
1. रक्तचाप मापते समय बातचीत न करें।
2. बैठकर रक्तचाप मापें। पीठ को सहारा देखकर बैठें। समय बांह एक मेज पर रखी होनी चाहिए।
3 बांह पर लगने वाला बेल्ट (कफ)