सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: अभिनेता मनोज वापजेयी अपनी फिल्म साइलेंस-2 के प्रमोशन के लिए लखनऊ पहुंचे तो भास्कर रिपोर्टर ने उनसे बात की।

सवाल- सुनने में आ रहा है कि आप पहाड़ियों में घर बनवा रहे हैं?

जवाब- (हंसते हुए) लॉकडाउन के दौरान वहां शूटिंग चल रही थी। ऐसे में वहीं पर रोक दिया गया था। 8 महीने रहना पड़ा। लेकिन वहां का माहौल बहुत अच्छा लगा। सपना तो है कि पहाड़ में घर हो। अब देखिए क्या होता है।

सवाल- आपने कहा था- अपनी वाइफ के साथ काम करना चाहते हैं। उनको किस रोल में देखना चाहते हैं?

जवाब – हम लोग दो अलग-अलग तरह के हैं। कोई बात एक दूसरे पर थोपते नहीं है। कोई फिल्म आएगी। मुझे पसंद आएगी, उसके बाद उनको जाएगी। उनको पसंद आएगी, उसके बाद ही कुछ हो सकता है। वह बहुत अच्छी अभिनेत्री हैं। सभी तरह के रोल कर सकती हैं। बच्चे की वजह से उनको ब्रेक लेना पड़ा था।

सवाल- लखनऊ में आपकी फिल्म भैया जी शूट हुई। अनुभव क्या रहा?

जवाब- लखनऊ में शूटिंग का अनुभव बहुत अच्छा है। अगर पूरी शूटिंग में कभी भी दो घंटे के लिए न रोकनी पड़े तो समझिए कि यहां का सिस्टम कितना अच्छा है। शासन-प्रशासन से यहां बहुत मदद मिलती है।

मनोज ने फिल्म साइलेंस-2 के लुक में फोटो सेशन भी कराया।

सवाल- बड़े पर्दे पर फिल्में नहीं चल रही हैं। जबकि OTT पर अच्छा रिस्पासं है। भविष्य OTT का है?

जवाब- ऐसा बिल्कुल नहीं है कि सिनेमा अच्छा नहीं कर रहा और ओटीटी धमाल कर रहा है। यह सिर्फ एक भ्रम है। बहुत सारी सीरीज ओटीटी पर भी अच्छा नहीं करती हैं। थिएटर को बड़ा समय चाहिए। लॉकडाउन के बाद थोड़ा गैप आया था। अगले एक साल के अंदर फिर सभी लोग थिएटर में जाएंगे।

सवाल- बायोपिक का जमाना है। आप कोई कैरेक्टर निभाना चाहते हैं?

जवाब- हमने बायोपिक किया था। अलीगढ़ एक बायोपिक है। हालांकि उसको बहुत कम लोग जानते हैं, लेकिन बायोपिक है। बस अंतर यह है कि आप लोग मशहूर व्यक्ति की बात करते हैं। मेरे लिए जरूरी है कि किरदार आपको चैलेंज कर रहा है कि नहीं। अगर नहीं किया तो उसको निभाना नहीं है।

सवाल- भोजपुरी में भिखारी ठाकुर का नाम बहुत बड़ा है। उनको लेकर क्या फिल्म बनाना पसंद करेंगे?

जवाब- बिल्कुल, अगर कुछ ऐसा लिखा जाए। भिखारी ठाकुर जैसे किरदार अगर लिखे जाएं। सामने आएं तो आदमी जरूर करना चाहेगा।

सवाल- आप अपनी फिटनेस कैसे बरकरार रखते हैं?

जवाब- खाने-पीने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मेरा मानना है कि 40 साल की उम्र पार करने के बाद आपको अपने अंदर में बहुत सारे बदलाव लेकर आना चाहिए। नहीं तो पाइप लगेगा। हमने सुबह उठने से लेकर हर चीज में बदलाव किया है।