पिकअप चुराकर भाग रहे वाहन चोरी के आरोपी ने जीजा-साले को कुचल दिया। आरोपी विदिशा से गाड़ी चुराकर भाग रहा था। वाहन मालिक के बेटे और उसके दामाद को जब भोपाल में चोरी गया पिकअप दिखा तो उन्होंने बाइक से चोर का पीछा किया। दोनों ने पिकअप रोकने के लिए बाइक आगे खड़ी कर दी। वाहन चोर उन्हें रौंदते हुए भाग गया।
घटना भोपाल के कोकता बायपास हाइवे पर बुधवार सुबह की है। जीजा और साले ने झागरिया के पास पिकअप रोकने के लिए बाइक आगे कर दी। लेकिन वाहन चोर ने गाड़ी की स्पीड कम नहीं की। वह दोनों को कुचलते हुए निकल गया। पुलिस CCTV खंगाल रही है।
पिता का वाहन रात में हो गया था चोरी
टीआई
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि विदिशा जिले के साहेर गांव का रहने वाला
राज वंशकार (17) पुत्र राम सिंह वंशकार ग्रेजुएशन कर रहा था। उसके एग्जाम
चल रहे हैं। इसी सिलसिले में इन दिनों वह भोपाल में रहने वाले अपने जीजा
दीपक बंसल (25) के घर ठहरा था। दीपक भोपाल में रहकर डी-मार्ट में नौकरी
करता था। बुधवार सुबह राज को पता चला कि विदिशा में पिता का पिकअप वाहन रात
में चोरी हो गया है।
जीजा-साले सुबह ढूंढने निकल पड़े
सुबह
करीब 10:30 दोनों जीजा-साले कोकता ट्रांसपोर्ट नगर इलाके की तरफ घूमने
निकले। इसी दौरान राज को चोरी गई पिकअप दिख गई। इस पर वह बाइक से ही गाड़ी
का पीछा करने लगे। ट्रांसपोर्ट नगर से करीब 10 किलोमीटर दूर झागरिया गांव
तक पहुंचे, लेकिन आरोपी ने गाड़ी नहीं रोकी। इस बीच, वह पिकअप के आगे बाइक
कर उसे रोकने लगे, तभी आरोपी ने दोनों को टक्कर मार दी। दोनों की मौके पर
ही मौत हो गई।
बड़ी लापरवाही: पुलिस को नहीं बताया
बताया
जा रहा है कि राज को जब ट्रांसपोर्ट नगर के पास गाड़ी दिखी, तो उसने घर पर
फोन कर परिजन को बताया। उसने पुलिस को सूचना नहीं दी। आरोपी गाड़ी लेकर पटेल
नगर बायपास चौराहे की तरफ लेकर बढ़ गया। पुलिस का कहना है कि यदि सूचना
मिलती तो आरोपी पकड़ा जाता। पटेल नगर चौराहे पर पुलिस का पॉइंट है। हर समय
चौराहे पर पुलिस तैनात रहती है, जबकि जीजा-साले इसी चौराहे से होकर झागरिया
खुर्द गांव तक वाहन चोर का पीछा करते गए हैं।
तीन बहनों में इकलौता था राज
परिजनों
ने बताया कि राज तीन बहनों के बाद सबसे छोटा था। राज के पिता राम सिंह
ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। उनके पास पिकअप वाहन है। वह मंडी बमौरा में
गाड़ी लेकर गए थे। मंगलवार रात गाड़ी पार्क करके कमरे में सो गए। सुबह जागे
तो गाड़ी गायब मिली। परिवार के लोगों ने बताया कि गाड़ी रोड बनाने के काम
में लगी थी। रोड के साइड में सफेद पट्टी खींचने वाली मशीन भी गाड़ी में थी।
चोर गाड़ी और मशीन दोनों लेकर भाग गया। जिस पर राम सिंह ने घर पर गाड़ी
चोरी होने की सूचना दी। गायब हुई गाड़ी भोपाल के कोकता बायपास की तरफ आ गई।
इत्तेफाक से राज और उसके जीजा दीपक ने बुधवार को गाड़ी को पहचान लिया।
परिवार के लोगों ने पीछा करने से मना किया था
घर
वालों ने कॉल बैक करके दोनों पीछा करने से मना करने की कोशिश, लेकिन फोन
नहीं रिसीव हुआ। दोनों ने करीब 10 किलोमीटर तक पीछा किया। इसके बाद झगरिया
खुर्द नया बायपास के पास आरोपी ने दोनों को कुचल दिया। परिजन का आरोप है
पुलिस ने आने में देर की। अस्पताल भी 4 घंटे लेट लेकर पहुंचे। पुलिस बिना
मेडिकल टीम के घटनास्थल पहुंची। गाड़ी आने में देर होने पर जब परिजनों ने
108 पर कॉल करके लोकेशन पता करने की कोशिश की, तो पता चला कि उनके पास
एक्सीडेंट की सूचना ही नहीं आई है। दोनों का काफी खून बह चुका था, जिसकी
वजह से मौत हो गई।