सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क– इंटीग्रेटेड ट्रेड- न्यूज़ भोपाल:हरारे, 7 जुलाई:भारतीय क्रिकेट टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज के दूसरे मैच में शानदार जीत दर्ज करते हुए 100 रनों से मुकाबला अपने नाम किया। भारत ने 2 विकेट पर 234 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में जिम्बाब्वे की टीम 18.4 ओवर में मात्र 134 रनों पर ढेर हो गई। इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। तीसरा मुकाबला 10 जुलाई को हरारे में ही खेला जाएगा।

इस मैच के स्टार खिलाड़ी रहे युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा, जिन्होंने मात्र 47 गेंदों में शतक ठोकते हुए 100 रनों की विस्फोटक पारी खेली। अपनी इस पारी में अभिषेक ने 7 चौके और 8 छक्के जड़े। उन्होंने 14वें ओवर में वेलिंगटन मसाकाद्भा के खिलाफ लगातार तीन छक्के मारते हुए सिर्फ 46 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया, हालांकि अगले ही गेंद पर आउट हो गए।

अपने पहले मैच में खाता न खोल पाने वाले अभिषेक ने इस मैच में धमाकेदार शुरुआत की। उन्होंने छक्के से खाता खोला, छक्के से अर्धशतक बनाया और छक्के से ही शतक पूरा किया। यह कारनामा करने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने अपनी आखिरी 23 गेंदों पर 7 छक्के और 5 चौके लगाते हुए 72 रन बटोरे।

अभिषेक ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्पिनर्स के खिलाफ 65 रन बनाए, जो किसी भी टी20 इंटरनेशनल मैच में भारतीय खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक है। उन्होंने युवराज सिंह का 57 रनों का रिकॉर्ड तोड़ा, जो उन्होंने 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। अभिषेक ने स्पिनर्स के खिलाफ 28 गेंदों पर 6 छक्के और 4 चौके मारकर यह रन बनाए।

अभिषेक शर्मा, जिम्बाब्वे की धरती पर टी20 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले एरॉन फिंच और स्टीवन टेलर ही यह कारनामा कर पाए थे। फिंच ने 2018 में 172 रन बनाए थे, जबकि टेलर ने 2022 में नाबाद 101 रन बनाए थे ।

अभिषेक युवराज सिंह के करीबी माने जाते हैं, जिन्होंने उन्हें कई बार जिम में मार्गदर्शन दिया है। अभिषेक और शुभमन गिल भी बचपन के दोस्त हैं, जिन्होंने जूनियर स्तर पर साथ क्रिकेट खेला है।

इस मैच में भारत ने आखिरी 10 ओवरों में 160 रन बनाए, जो किसी विदेशी टीम द्वारा टी20 में एक पारी के आखिरी 10 ओवरों में सर्वाधिक रन हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम था, जिन्होंने 2007 में केन्या के खिलाफ 159 रन बनाए थे।

जिम्बाब्वे के लिए यह हार टी20 में रनों के आधार पर उनकी सबसे बड़ी हारों में से एक है, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018 की हार के बराबर है।