सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एक्ट्रेस प्रतिभा रांटा फिल्म ‘लापता लेडीज’ में बेहतरीन एक्टिंग से अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हो चुकी हैं। ‘लापता लेडीज’ के अलावा प्रतिभा ने हाल ही में रिलीज हुई संजय लीला भंसाली की सीरीज ‘हीरामंडी’ में भी सराहनीय काम किया है। इस सीरीज में भले ही उनका स्क्रीन टाइम कम रहा हो, लेकिन अपनी अदाकारी से वो दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रही हैं। इसी दौरान अपनी इस जर्नी के बारे में प्रतिभा रांटा ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की।

हिमाचल प्रदेश की रहने वाली प्रतिभा रांटा को बचपन से ही पता था कि उन्होंने क्या करना है। उन्होंने एक्ट्रेस बनने का सपना बचपन में ही देख लिया था। बचपन में प्रतिभा को सभी प्रीती जिंटा कहकर बुलाया करते थे। दरअसल, प्रीति जिंटा और प्रतिभा दोनों ही शिमला से हैं। इतना ही नहीं दोनों ने एक ही स्कूल से पढ़ाई की है। प्रतिभा का मानना है कि उनकी किस्मत ने उन्हें एक्ट्रेस बनने का इशारा बचपन से ही दे दिया था।

प्रतिभा ने अपने शौक को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। शिमला में रहकर ही वे डांस ट्रेनिंग और एक्टिंग वर्कशॉप किया करती थीं। जब एक्टिंग को करियर बनाने की बारी आई तो घरवालों को मनाने में थोड़ी मुश्किल हुई, लेकिन पढ़ाई का सहारा लेकर वो मुंबई आ गईं। मुंबई आकर कालेज के साथ-साथ उन्होंने ऑडिशन देना शुरू कर दिया।

‘हीरामंडी’ में कैसे मिला काम

प्रतिभा से जब पूछा गया कि क्या ‘हीरामंडी’ में काम मिलने के पीछे कोई कहानी है? इस पर प्रतिभा ने कहा- मैंने ‘लापता लेडीज’ की शूटिंग पूरी कर ली थी। इसके बाद मैं कोई भी काम नहीं कर सकती थी।

इसलिए मैंने सही काम का इंतजार किया। जब ‘हीरामंडी’ का ऑफर आया तो मैंने एक्सेप्ट कर लिया, क्योंकि संजय लीला भंसाली के साथ काम करना हर एक्ट्रेस का सपना होता है।

संजय लीला भंसाली को बताया मैजिकल

प्रतिभा बताती हैं कि वो पहले दिन शूट पर गईं तो नर्वस थीं, क्योंकि उन्होंने परफेक्शन को लेकर संजय लीला भंसाली के स्ट्रिक्ट नेचर के बारे में सुना था। प्रतिभा ने कहा- ‘हीरामंडी’ की शूटिंग के दौरान जब संजय सर सेट पर होते थे, तो उनसे डरकर सभी लोग अपना काम बहुत परफेक्शन के साथ करते थे। सभी लोगों का क्रिएटिव लेवल एकदम हाई होता था।

संजय सर के काम करने का तरीका बहुत अलग है। चाहे कितना भी बड़ा एक्टर हो, जब कोई उनके साथ काम करता है तो उसे खुद को उनके पास सरेंडर करना ही पड़ता है। हर किसी को उनके विजन के हिसाब से चलना पड़ता है।