सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: महिला एवं बाल विकास संभाग भोपाल के अंतर्गत सभी परियोजना के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में सातवें राष्ट्रीय पोषण माह में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया |

कार्यक्रम में सभी हितग्राहियों को स्तनपान का महत्व, 06 माह के बाद ऊपरी आहार के साथ स्तनपान जारी रखना, स्तनपान की उचित तकनीक की जानकारी, ऊपरी आहार में मिलेट एवं स्थानीय खाद्य पदार्थ के उपयोग की विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही विभिन्न खाद्य पदार्थों, मोटे अनाज के व्यंजन का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

भोपाल जिले में पोषण माह कार्यक्रम के तहत परियोजना मोतिया पार्क द्वारा साधु वासवानी कालेज बैरागढ़ में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें संभागीय संयुक्त संचालक नकीजहां कुरैशी, परियोजना अधिकारी मृदुल मालवीय, पर्यवेक्षक एवं कालेज के प्रिंसिपल सहित सभी छात्र-छात्राओं द्वारा भाग लिया गया।

संभागीय संयुक्त संचालक द्वारा पोषण माह के संबंध मे विस्तार से बताया गया। परियोजना बाणगंगा के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की बैठक लेकर ऊपरी आहार में विविधता के बारे मे जानकारी दी गई। स्थानीय अनाज के उपयोग के बारे मे जागरूक किया गया।

सीहोर जिले के छिंदगांव मौजी की आंगनवाड़ी केन्द्र में बाल पोषण उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छिंदगांव मौजी की सरपंच प्रीति कुंवर राजेन्द्र सिंह भाटी के छिंदगांव मौजी की तीनों आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्रति आंगनवाड़ी 5 कुर्सी, टेबल, पानी का कैम्पर, डस्टबिन, छतपंखा,  दरी, टाटपट्टी आदि सामग्री भेंट की गई।

रायसेन जिले मे मुख्य थीम के अन्तर्गत सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में 0 से 6 माह के बाद ऊपरी आहार पर चर्चा की गई। पोषण प्रदर्शिनी एवं सामुदायिक आधारित गतिविधि मे सुपोषण दिवस का आयोजन किया गया। खाद्य विविधता मे पोषण थाली पर चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, स्थानीय जनप्रतिनिधि, महिलायें, किशोरी बालिकायें उपस्थित रहे।

राजगढ़ जिले की आंगनवाड़ी केन्द्रों मे पोषण जागरूकता के लिए रैली निकाली गई। आंगनवाड़ी केन्द्रों में सुपोषण दिवस का आयोजन किया गया जिसमें बैठक लेकर महिलाओं को बच्चों के नियमित ऊपरी आहार के बारे मे चर्चा की गई। ऊपरी आहार मे स्थानीय अनाज, मोटा अनाज शामिल करने के बारे में जानकारी दी गई। पंचायत स्तर पर पोषण वाटिका का निर्माण किया गया।