सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार (17 अप्रैल) को असम पहुंचेगे। उनकी जोरहाट और डिब्रूगढ़ में चुनावी रैली है। कल (16 अप्रैल) को प्रियंका गांधी ने भी जोरहाट में रैली की थी। इसके बाद वे त्रिपुरा पहुंची थीं।
असम से पहले राहुल गांधी दो दिन से केरल में थे। उन्होंने यहां कई जगहों पर रोड शो और चुनावी सभा की थी। मंगलवार को अपने दौरे के दूसरे दिन राहुल ने कोझिकोड में कहा था कि RSS और BJP कथित तौर पर संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। पीएम मोदी भारत के 5-6 बड़े बिजनेसमैन की कठपुतली बन गए हैं।
राहुल ने यह भी कहा था कि मोदी में देश चलाने की समझ नहीं है। उनका काम लोगों को असली मुद्दों से भटकाना है। जब लोग कोविड से मर रहे थे, तब पीएम कह रहे थे थाली बजाओ। इस पर मीडिया ने उन्हें जीनियस कहा। अगर देश के किसी अन्य नागरिक ने थाली बजाओ कहा होता तो उसे लाठी से पीटा जाता या जेल में डाल दिया जाता।
प्रियंका गांधी ने जोरहाट में रोड शो किया था। यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार गौरव गोगोई हैं।
आपने भाजपा को चुना और मजदूरी नहीं बढ़ाई गई
कांग्रेस प्रत्याशी गौरव गोगोई के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए प्रियंका जोरहाट पहुंची थीं। उन्होंने यहां कहा था ”सत्तारूढ़ पार्टी संविधान को बदलना चाहती है। अगर ऐसा होता है तो देश के आम लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। दो-तीन साल पहले विधानसभा चुनाव से पहले मैं असम आई थी, तब चाय बागानों का दौरा किया था।”
प्रियंका ने आगे कहा था कि हमने उस समय कहा था कि कांग्रेस सरकार बनती है तो हम मजदूरी बढ़ाएंगे। हालांकि, आपने भाजपा को चुना और मजदूरी नहीं बढ़ाई गई। मैं आपको फिर बता रही हूं कि हमारे घोषणापत्र में केंद्र में सरकार बनाने पर चाय बागान श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने की गारंटी दी गई है।
राहुल गांधी के भाषण की 5 बड़ी बातें…
कल ANI के इंटरव्यू में आपने PM का चेहरा देखा होगा। वे इस गृह पर हुए सबसे बड़े करप्शन के स्कैम को डिफेंड करने की कोशिश कर रहे थे। ये वही इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम है, जिससे भाजपा ने व्यापारियों से करोड़ों रुपए वसूले हैं।
हमारा मैनिफेस्टो वह डॉक्यूमेंट है जो देश को ट्रांसफॉर्म कर देगा। इससे देश में क्रांति आएगी। वहीं, दूसरी ओर भाजपा का मैनिफेस्टो देखिए। वे कहते हैं कि देश में ओलंपिक कराएंगे। चांद पर किसी को भेजेंगे।
हम देश के सभी गरीब परिवारों की एक लिस्ट बनाने जा रहे हैं। अगर हम जीते तो इन परिवारों में से एक महिला को चुना जाएगा। उनके बैंक अकाउंट में सालाना 1 लाख रुपए दिए जाएंगे। हर महीने 8 हजार 500 रुपए डाले जाएंगे।
हम सभी ग्रेजुएट और डिप्लोमा होल्डर्स को इंटर्नशिप देंगे। ये लोग अपनी फील्ड के हिसाब से एक साल की ट्रेनिंग लेंगे। इन्हें भी हर महीने 8 हजार 500 रुपए दिए जाएंगे। इस हिसाब से साल में ग्रेजुएट के पास 1 लाख रुपए होंगे।
मुझे समझ नहीं आता कि राज्य सरकार के लिए वायनाड में मेडिकल कॉलेज पहुंचाना इतना मुश्किल क्यों है। मैंने इस मुद्दे पर व्यक्तिगत रूप से सीएम से बात की है। हम उन पर दबाव बनाना जारी रखेंगे।