कोरबा जिले में चालू खरीफ सीजन में अच्छी बारिश होने के फलस्वरूप धान फसल की 92 प्रतिशत बुआई पूरी हो चुकी हैं। खरीफ सीजन 2021 में धान फसल के लिए निर्धारित लक्ष्य 95 हजार हेक्टेयर की तुलना में 88 हजार 76 हेक्टेयर में जिले के किसानों ने अपने खेतों में रोपा और बोता के माध्यम से बुआई कर लिए हैं। धान को मिलाकर अन्य खरीफ फसलों जैसे अनाज, दलहन, तिलहन एवं सब्जी फसलों की बुआई पिछले वर्ष की तुलना में अभी तक 86 प्रतिशत बुआई पूरी हो चुकी है। पिछले खरीफ सीजन में एक लाख 29 हजार 55 हेक्टेयर रकबे में खरीफ फसल लिए गए थे। इस सीजन में अभी तक जिले के किसान एक लाख 11 हजार 883 हेक्टेयर भूमि में खरीफ फसलों की बुआई कर चुके हैं। इस वर्ष एक लाख 31 हजार 300 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की खेती के लिए लक्ष्य रखा गया है। अभी तक रोपा पद्धति से 32 हजार 624 हेक्टेयर में और बोता पद्धति से 47 हजार 831 हेक्टेयर भूमि में धान की बुआई हो चुकी है। किसानों ने अभी तक सात हजार 517 हेक्टयर क्षेत्र में मक्के की भी बोनी पूरी कर ली है। राज्य शासन के मंशा अनुरूप किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए इस साल धान के रकबे में कमी की गई है और दलहन-तिलहन फसलों का रकबा बढ़ाया गया है। पिछले वर्ष 11 हजार 937 हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन-तिलहनी फसलों की खेती की गई थी। इस वर्ष अभी तक सात हजार 960 हेक्टेयर भूमि में दलहन-तिलहन फसलों की बुआई हो चुकी है।

उप संचालक कृषि ने बताया कि कोरबा जिले में चालू खरीफ मौसम में दस हजार 520 हेक्टेयर क्षेत्र में दलहनी और दो हजार 883 हेक्टेयर क्षेत्र में तिलहनी फसलें लगाई जायेगी। जिले के किसान अभी तक पांच हजार 987 हेक्टेयर में दलहन और एक हजार 920 हेक्टेयर में तिलहन फसलों की बुआई कर चुके हैं। उप संचालक ने बताया कि चालू खरीफ सीजन में अरहर तीन हजार 447 हेक्टेयर में मूंग 478 हेक्टेयर, उड़द दो हजार 062 हेक्टेयर, मूंगफली 414 हेक्टेयर, तिल एक हजार 506 हेक्टेयर एवं सब्जी व अन्य उद्यानिकी फसल आठ हजार 300 हेक्टेयर क्षेत्र मे बुआई पूरी हो चुकी है।