आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : पहली बार पूरी तरह भारत की मेजबानी में आयोजित हो रहे वनडे वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी हो चुका है। भारतीय टीम को अपने 9 लीग मैच 9 अलग-अलग शहरों में खेलने हैं।

टूर्नामेंट में भाग लेने वाली किसी भी अन्य टीम को अपने लीग मैच इतने ज्यादा शहरों में नहीं खेलने होंगे। वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया 34 दिन में करीब 10 हजार किमी का सफर तय करेगी।

इस स्टोरी में हम 9 मैच 9 अलग ग्राउंड पर खेलने की वजह, क्या मुश्किलें आएंगी और इन ग्राउंड्स पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड जानेंगे…

इतने ज्यादा शहरों में मैच की वजह

ICC का कहना है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने खुद अपनी टीम के लिए इन शहरों का चुनाव किया है। माना जा रहा है कि BCCI ने यह कदम ज्यादा से ज्यादा राज्यों के क्रिकेट बोर्ड को खुश करने के लिए उठाया है।

भारतीय टीम को इन मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है…

  1. ट्रैवलिंग में ज्यादा समय बिताना पड़ेगा

वर्तमान शेड्यूल के अनुसार टीम को लीग मुकाबलों के दौरान 34 दिनों में करीब 10 हजार किलोमीटर का सफर करना होगा, जो थकावट भरा हो सकता है। टीम भले ही चार्टर्ड प्लेन से सफर करे, लेकिन ये प्लेन भी जेट लैग (विमान यात्रा से होने वाली थकान) से नहीं बचा सकते।

  1. होम एडवांटेज सीमित होगा

वेन्यू ज्यादा होने से टीम का होम एडवांटेज सीमित हो जाता है, क्योंकि खिलाड़ियों को अलग-अलग मैदानों पर मैच खेलना होता है। ऐसे में उन्हें अपनी रणनीति में लगातार बदलाव करना होता है।

  1. अलग-अलग कंडीशन के हिसाब से लगातार बदलाव करने पड़ेंगे

वेन्यू ज्यादा होने से टीम मैनेजमेंट का वर्क लोड बढ़ जाता है। कोच और कैप्टन को अलग-अलग वेन्यू और प्रतिद्वंद्वी के लिहाज से टीम कॉम्बिनेशन में बदलाव करने होते हैं।

सभी 9 वेन्यू पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड…

  1. चेन्नई: 5 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से सामना

टीम इंडिया चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में 8 अक्टूबर को 5 बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने वर्ल्ड कप अभियान का आगाज करेगी।

  1. दिल्ली: यहां अफगानिस्तान से पहली भिड़ंत

अरुण जेटली स्टेडियम में भारत-अफगानिस्तान मुकाबला 11 अक्टूबर को खेला जाएगा। दिल्ली के मैदान पर भारतीय टीम पहली बार अफगानिस्तान का सामना करेगी। दोनों टीमें वर्ल्ड कप में दूसरी बार आमने-सामने होंगी।