सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: छठी RD20 कॉन्फ्रेंस, जो स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए एक प्रतिष्ठित वैश्विक मंच है, आज नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में शुरू हुई। ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान (टेरी) द्वारा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के सहयोग से आयोजित यह कॉन्फ्रेंस पहली बार जापान के बाहर आयोजित की जा रही है, जो वैश्विक ऊर्जा नवाचार में भारत के नेतृत्व को दर्शाती है।
पांच दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में जी20 देशों के प्रमुख अनुसंधान संस्थानों, उद्योग विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं की भागीदारी होगी। सम्मेलन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देकर स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में कार्बन तटस्थता हासिल करने के लिए नवीन रास्तों का अन्वेषण करना है।
2019 में शुरू किए गए RD20 मंच ने ऊर्जा से संबंधित गंभीर चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए विचारों, शोध और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान का एक वैश्विक केंद्र प्रदान किया है। यह मंच विशेष रूप से ग्रीन हाइड्रोजन, सतत जैव ईंधन, जीवन चक्र विश्लेषण (एलसीए) और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अत्याधुनिक तकनीकों के विकास और क्रियान्वयन को तेज करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है।
टेरी की महानिदेशक डॉ. विभा धवन ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और नवाचार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत में RD20 कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी करना टेरी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह हमारे स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों को बढ़ावा देने और अनुसंधान में प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम हरित मार्ग पर चलते हुए दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि विकास और कार्बन फुटप्रिंट कम करना, दोनों साथ-साथ संभव हैं।”
कार्यक्रम के उद्घाटन संबोधन में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के सचिव श्री पीके सिंह, जो इस कार्यक्रम के ‘विशिष्ट अतिथि’ भी थे, ने कहा कि एमएनआरई ने देश में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को आकार दिया है और भारत को स्वच्छ ऊर्जा के क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर रहा है। उन्होंने आगे कहा, “यह गर्व का विषय है कि भारत पहली बार RD20 की मेज़बानी कर रहा है, जिसमें जैव ईंधन, जैव ऊर्जा और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे विषयों पर फोकस किया गया है। हम इस क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व हासिल करने और एक स्वच्छ और हरित दुनिया के लिए मिलकर काम करने की योजना बना रहे हैं।
पहले दिन की तकनीकी सत्रों में ग्रीन हाइड्रोजन तकनीकों और सतत जैव ईंधन पर चर्चा शामिल थी। हाइड्रोजन पर सत्र का नेतृत्व करते हुए फ्रांस के CEA के डिप्टी डायरेक्टर, श्री पियरे सेर-कॉम्बे ने कहा, “ग्रीन हाइड्रोजन नेट-जीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक अद्वितीय समाधान है। इसका लक्ष्य हाइड्रोजन परिवहन, भंडारण और उपयोग से संबंधित तकनीकी बाधाओं की पहचान करना, इन बाधाओं को दूर करने के लिए आरएंडडी प्रयासों पर चर्चा करना और सहयोग के संभावित अवसरों का पता लगाना है।”
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