सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: शहर में 6 साल बाद चिकनगुनिया बुखार ने फिर से दस्तक दी है, और इस बार यह और भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है। एमवायएच अस्पताल की ओपीडी में आने वाले 20 से 30 प्रतिशत मरीज चिकनगुनिया से पीड़ित हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार वायरस पहले से दोगुनी ताकत से लौटा है। जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या मरीजों को 4 से 6 दिनों तक परेशान कर रही है।
2018 के बाद यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में चिकनगुनिया के मामले सामने आए हैं। कई परिवारों में एक से अधिक सदस्य इस बीमारी की चपेट में हैं। एमवायएच में रोजाना 6 से 8 मरीज जोड़ों के दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं।
बच्चे भी हो रहे प्रभावित
बॉम्बे अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश शुक्ला ने बताया कि ओपीडी में 25% बच्चे चिकनगुनिया से पीड़ित आ रहे हैं। बच्चों में हाथ-पैर और जोड़ों में दर्द देखा जा रहा है। उन्होंने सलाह दी है कि बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाएं और मच्छरों से बचाव करें, क्योंकि स्कूलों के मैदानों में पानी जमा होने और घास के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है।
बचाव के उपाय
मच्छरों से बचाव के लिए दिन में भी मच्छर मारने वाली क्रीम का उपयोग करें और मच्छरों को नष्ट करने के लिए दवा का छिड़काव करें। चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर में लार्वा कंट्रोल स्प्रे के नियमित छिड़काव का निर्देश कलेक्टर आशीष सिंह ने दिया है। उन्होंने डेंगू और चिकनगुनिया नियंत्रण के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने और नियमित मॉनिटरिंग की भी सलाह दी है।
प्रभावित मरीजों में भर्ती की नौबत
चोइथराम अस्पताल के डॉ. विक्रम बलवानी ने बताया कि चिकनगुनिया के लगभग 50% मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ रही है। मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द के कारण मरीजों को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है।
एक बार हो जाने पर पुनः संक्रमण की संभावना कम
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. वीपी पांडे के अनुसार, जिन्हें एक बार चिकनगुनिया हो चुका है, उनमें दोबारा यह बीमारी होने की संभावना कम होती है। हालांकि इस बार यह 6 साल के अंतराल में ही बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित कर रहा है।
कलेक्टर का निर्देश: लार्वा कंट्रोल स्प्रे नियमित करें
कलेक्टर आशीष सिंह ने डेंगू और चिकनगुनिया नियंत्रण के लिए शहर में लार्वा कंट्रोल स्प्रे का नियमित छिड़काव करने और लापरवाही बरतने वालों पर स्पॉट फाइन लगाने के निर्देश दिए हैं।