आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : चार साल, चार महीने और पांच दिन के बाद इतिहास खुद को रिपीट करने वाला है। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वनडे वर्ल्ड कप का पहला सेमीफाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाना है। 10 जुलाई 2019 को पिछले वनडे वर्ल्ड कप का पहला सेमीफाइनल भी इन्हीं दो टीमों के बीच हुआ था।
कई ऐसे फैक्ट और फैक्टर्स हैं जो इस बार भी बिल्कुल 2019 की तरह हैं। वहीं, टीम कॉम्बिनेशन और कंडीशन काफी हद तक अलग होने वाले हैं। इन दोनों मुकाबलों में क्या समानता है और क्या कुछ अलग है, आगे जानते हैं।
- टीम कॉम्बिनेशन
भारत
विराट कप्तान नहीं रहे, प्लेइंग-11 में 6 बदलाव: 2019 में विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे, उनकी जगह रोहित शर्मा कमान संभालेंगे। महेंद्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक, भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल पिछले सेमीफाइनल में खेले थे, लेकिन इस बार स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं। धोनी रिटायर हो चुके हैं, जबकि बाकी खिलाड़ी चुने नहीं गए। हार्दिक पंड्या 2019 में खेले थे और इस बार भी स्क्वॉड में थे, लेकिन चोटिल हो जाने के कारण वे बाहर हो चुके हैं।
न्यूजीलैंड
विलियमसन फिर कप्तान, प्लेइंग-11 में 6 बदलाव: न्यूजीलैंड टीम की कमान 2019 की तरह इस बार भी केन विलियमसन के पास है। हालांकि, प्लेइंग-11 में इस बार 6 बदलाव होने लगभग तय हैं। 2019 का सेमीफाइनल खेलने वाले मार्टिन गप्टिल, हेनरी निकोल्स, रॉस टेलर और कॉलिन डी ग्रैंडहोम इस बार स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं। टेलर और ग्रैंडहोम संन्यास ले चुके हैं। 2019 में खेलने वाले जिमी नीशम स्क्वॉड में हैं लेकिन इंजरी के कारण इस बार नहीं खेलेंगे। मैट हेनरी भी इंजर्ड होकर टूर्नामेंट से ही बाहर हो चुके हैं।
- पॉइंट्स टेबल
भारत ने 100% लीग मैच जीते, न्यूजीलैंड को 44% में मिली हार
2019 और 2023 दोनों ही वर्ल्ड कप के पॉइंट्स टेबल में भारत नंबर-1 और न्यूजीलैंड नंबर-4 पर रहा। यानी इस मामले में कोई बदलाव नहीं है। हालांकि, 2019 की तुलना में इस बार दोनों टीमों के लीग मैचों के परफॉर्मेंस में अंतर जरूर है।
2019 में भारत ने सेमीफाइनल से पहले 7 मैच जीते थे। 1 में टीम को हार मिली थी और 1 मुकाबला (Vs न्यूजीलैंड) बारिश में धुल गया था। इस बार भारतीय टीम ने सभी 9 मैच जीते हैं। यानी 100% जीत।
न्यूजीलैंड ने 2019 में सेमीफाइनल से पहले ने 9 में से 5 मैच जीते और 3 गंवाए थे। 1 मैच (Vs भारत) बारिश की भेंट चढ़ गया था। इस बार भी न्यूजीलैंड ने 5 मैच ही जीते हैं, लेकिन टीम की हार की संख्या बढ़कर 4 हो गई है। यानी इस बार 56% मैच में जीत औऱ 44% में हार।
- वेन्यू और कंडीशन
सबसे बड़े बदलाव इन्हीं एरियाज में हुए हैं। 2019 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मुकाबला इंग्लैंड में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला गया। इस बार का सेमीफाइनल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होगा। मैनचेस्टर टिपिकल इंग्लिश कंडीशन वाला ग्राउंड है। यहां सीम और स्विंग मूवमेंट तेज गेंदबाजों को फायदा देती है। मुंबई में दिन में ज्यादा मूवमेंट नहीं होती लेकिन अंडर लाइट दूसरी पारी में नई गेंद का सामना मुश्किल होता है।
मैनचेस्टरः 63% मैच पहले बैटिंग करने वाली टीम जीती, तेज गेंदबाजों को 72% विकेट
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार है। यहां गेंद दोनों पारियों में शुरुआती 20 ओवर तक मूव करती है। 2011 के बाद से यहां खेले 19 मुकाबलों में 12 बार पहले बैटिंग करने वाली टीमों को ही जीत मिली। यानी 63% मैचों में पहले बैटिंग करने वाली और 37% मैचों में बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है। तेज गेंदबाजों ने इस दौरान यहां 72% विकेट लिए हैं। एक पारी का औसत स्कोर 231 का रहा है।
क्या हुआ था पिछले सेमीफाइनल में
भारत ने 2019 के सेमीफाइनल में पहले गेंदबाजी की थी और न्यूजीलैंड को 239 रन ही बनाने दिए। बारिश के कारण उस दिन मैच पूरा नहीं हुआ। फिर रिजर्व डे में खेल हुआ। टीम इंडिया ने 92 रन पर 6 विकेट गंवा दिए। बाद में धोनी और जडेजा ने अच्छी पार्टनरशिप की लेकिन आखिरकार भारत को 18 रन से हार का सामना करना पड़ा।