सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंडोनेशिया में हाल के दिनों में एक अनोखी और विवादास्पद प्रथा तेजी से फैल रही है, जिसे ‘प्लेजर मैरिज’ या निकाह मुताह के नाम से जाना जाता है। यह प्रथा मुख्य रूप से मिडिल ईस्ट से आने वाले पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, जो इंडोनेशिया के Puncak क्षेत्र में कुछ दिन बिताने के लिए स्थानीय महिलाओं से अस्थायी रूप से शादी करते हैं। इन शादियों की अवधि कुछ दिनों तक होती है, और यात्रा समाप्त होते ही तलाक हो जाता है।

Puncak क्षेत्र में ये शादियां कानूनी मान्यता नहीं रखती हैं, लेकिन दलाल और एजेंट्स इस प्रथा को बढ़ावा देते हैं। स्थानीय कानून इस प्रकार की अस्थायी शादियों को अवैध मानता है, परन्तु कानून का सख्ती से पालन नहीं किया जाता। इस प्रथा के चलते कई गांव ‘तलाकशुदा गांव’ के नाम से पहचाने जाने लगे हैं।

यह ट्रेंड नैतिक और सामाजिक सवाल खड़े कर रहा है। यह प्रथा न केवल स्थानीय संस्कृति और समाज के लिए चुनौती बन गई है, बल्कि इससे जुड़े कई नैतिक प्रश्न भी उभर रहे हैं। स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस पर चर्चा बढ़ती जा रही है कि इस प्रकार की शादियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए या नहीं।