आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : चेन्नई सुपरकिंग्स ने IPL 2023 के फाइनल में गुजरात टाइटंस को हराकर पांचवीं बार खिताब जीता है। महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा बार IPL ट्रॉफी जीतने के मामले में मुंबई इंडियंस के रोहित शर्मा की बराबरी कर ली है। हालांकि, टीम और धोनी के लिए यह अचीवमेंट कतई आसान नहीं रहा। CSK पिछले सीजन में 10 टीमों में नौवें नंबर पर रही थी। 14 लीग मैचों में उसे सिर्फ 4 में जीत मिली थी।
इस बार भी जब सीजन शुरू हुआ तो कमजोर गेंदबाजी के कारण टीम को खिताब का दावेदार नहीं माना जा रहा था। कुछ मैचों के बाद ही इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर बेन स्टोक्स चोटिल होकर बाहर हो गए। तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी चोटग्रस्त हो गए। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरी CSK ने तमाम कमजोरियों से पार पाते हुए चैम्पियन बनने तक का सफर कैसे तय कर लिया? इस स्टोरी में इसी का जवाब तलाशेंगे। CSK की कमबैक स्टोरी को विस्तार से जानेंगे।
पिछले साल मेगा ऑक्शन से शुरू हुई गड़बड़
कोरोना काल की उठापठक के बीच 2 फेज में हुए 2021 सीजन का खिताब चेन्नई सुपर किंग्स ने जीता। 15 अक्टूबर को दुबई में टीम ने KKR को 27 रन से फाइनल हराया। 2022 में डिफेंडिंग चैंपियन पर खिताब बचाने की जिम्मेदारी थी, लेकिन सीजन से पहले मेगा ऑक्शन भी होना था।
ऑक्शन से पहले टीमें 4 ही खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती थीं। ऐसे में CSK अपनी चैम्पियन टीम से महेंद्र सिंह धोनी, रवींद्र जडेजा, मोईन अली और ऋतुराज गायकवाड को ही रिटेन कर सकी।
फाफ, चाहर और ब्रावो तक को करना पड़ा रिलीज
CSK को रिटेंशन की मजबूरी में 2021 का फाइनल जिताने वाले फाफ डु प्लेसिस समेत रॉबिन उथप्पा, अंबाती रायडू, ड्वेन ब्रावो, शार्दूल ठाकुर, दीपक चाहर, सुरेश रैना, इमरान ताहिर, लुंगी एनगिडी और मिचेल सैंटनर जैसे प्लेयर्स को रिलीज करना पड़ा।
12 और 13 फरवरी 2022 को हुए मेगा ऑक्शन में टीम ने अपने पुराने खिलाड़ियों को वापस लाने की कोशिश की। CSK ने रायडू, ब्रावो, चाहर और सैंटनर को खरीद भी लिया, लेकिन बाकी प्लेयर्स को टीम में शामिल नहीं कर सके।
कप्तान बदलने का प्रयोग भी फेल हुआ
2022 के मेगा ऑक्शन से पहले धोनी ने टीम मैनेजमेंट से कहा था कि वे उन्हें रिलीज कर ऑक्शन में कम कीमत देकर खरीदें, ताकि टीम के पास बेहतर खिलाड़ियों को खरीदने के लिए ज्यादा पैसे रहे। हालांकि, मैनेजमेंट ने 12 करोड़ रुपए में धोनी को रिटेन किया।
धोनी के ही कहने पर मैनेजमेंट ने रवींद्र जडेजा को टीम के सबसे महंगे खिलाड़ी के रूप में रिटेन किया। जडेजा को टीम 16 करोड़ रुपए की रकम देती है। सीजन शुरू होने से पहले ही धोनी की सलाह पर मैनेजमेंट ने जडेजा को टीम का नया कप्तान भी बना दिया। मैनेजमेंट का प्लान यह था कि धोनी के रिटायरमेंट से पहले उनकी मौजूदगी में नया लीडर तैयार कर लिया जाए। लेकिन, जडेजा को कप्तान बनाने का प्रयोग बुरी तरह फेल हो गया।