भोपाल । अति वृष्टि और बाढ़ से प्रदेश के शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, भिंड और रीवा में लगभग 1171 गांव प्रभावित हुए हैं। कुल 200 गांव घिरे हुए हैं। एसडीईआरएफ, एनडीईआरएफ की टीम ने लगभग 1600 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। सेना बुला ली गई है। यह जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी । श्री चौहान ने जानकारी दी है‎ कि एयर फोर्स के पांच हेलीकॉप्टरों ने ग्वालियर से आज सुबह उड़ान भरी थी। वे 8 माइल तक गए पर खराब मौसम होने के कारण रेस्क्यू के लिए उतर नहीं सके। मुख्यमंत्री ने प्रभावित गांवों के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वह सतर्क रहें। हम आपकी चिंता कर रहे हैं। राहत शिविर और भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिये गये हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें। सभी बांध सुरक्षित हैं, आत्म-विश्वास रखें। सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। प्रभावित क्षेत्रों के लोग हौसला बनाए रखें। मुख्यमंत्री मंत्रालय स्थित सिचुएशन रूम से बाढ़ और अति वृष्टि की स्थिति का अवलोकन और समीक्षा करने के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम में सुधार होते ही हेलीकॉप्टर फिर राहत और बचाव के काम के लिए रवाना होंगे। विशेष रूप से शिवपुरी और श्योपुर में 22 गांव घिरे हैं। कल 11 लोगों को एयर फोर्स ने निकाला। एसडीईआरएफ की 70 टीमें और 3 एनडीईआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं। केंद्र शासन से और टीमें भेजने का अनुरोध किया गया है। चौहान ने कहा कि अति वृष्टि और बाढ़ के कारण विकट स्थिति बनी है। शिवपुरी और श्योपुर में दो दिन में 800 मिली मीटर वर्षा हुई। इस अप्रत्याशित बरसात के कारण बाढ़ की स्थिति बनी है। ऐसा लगा जैसे बादल फट गए। पानी के बहाव के कारण बोट नहीं जा पा रही है। शिवपुरी के बीछी गांव में तीन लोग पेड़ पर अटके थे, जिन्हें सुरक्षित निकाला गया हैं। दूर-दूर तक गाँव खाली हैं। एक पुजारी मंदिर की छत पर घिरे हैं। उनकी चिंता कर रहे हैं। भोजन और राहत के प्रबंध कर रहे हैं। ढाढस बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं और हमारे मंत्री लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एयर फोर्स के श्री सहरावत से चर्चा हुई है।प्रभावित जिलों क्रमश: शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, अशोकनगर के कलेक्टर संपर्क में हैं। मड़ीखेड़ा डेम में पानी अधिक होने के कारण पानी छोड़ा गया था। डेम से पहले 12 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था, अब 10 हजार 500 क्यूसेक कर दिया गया है। डेम से पानी छोड़ने से प्रभावित होने वाले गांव के लोगों को सतर्क कर दिया गया है। बारिश का प्रभाव भी कम हुआ है। अब जल्द ही स्थिति सुधरेगी।गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया तथा शिवपुरी के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया शिवपुरी कंट्रोल रूम से राहत और बचाव कार्यों का समन्वय कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने मंत्रालय स्थित सिचुएशन रूम से ग्वालियर-चंबल संभाग के इलाकों में आई बाढ़ को लेकर आपात बैठक की।