सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में ट्रॉमा और आपातकालीन चिकित्सा विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला ‘पीएसीटीईएम (पॉइंट ऑफ केयर अल्ट्रासाउंड फॉर एक्यूट केयर इन ट्रामा एंड इमरजेंसी- PACTEM) 2025’ का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य आपातकालीन और ट्रॉमा देखभाल में पॉइंट ऑफ केयर अल्ट्रासाउंड (पीओसीयूएस) तकनीकों के प्रशिक्षण के माध्यम से चिकित्सा सेवाओं को सशक्त बनाना है। यह पहल मरीजों के लिए त्वरित और सटीक निदान एवं उपचार सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक सिंह ने कहा, “आपातकालीन चिकित्सा में हर सेकंड कीमती होता है। पॉइंट ऑफ केयर अल्ट्रासाउंड ने मरीज के पास ही त्वरित और सटीक निदान की हमारी क्षमता में क्रांति ला दी है। पीएसीटीईएम 2025 के माध्यम से हम चिकित्सा पेशेवरों को नवीनतम अल्ट्रासाउंड तकनीकों के कौशल प्रदान कर रहे हैं, जिससे बेहतर रोगी परिणाम संभव होंगे।” प्रो. सिंह ने कहा कि यातायात पुलिस और ऑटो-रिक्शा चालकों जैसे व्यक्तियों को भी आपातकालीन देखभाल का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए क्योंकि ये अक्सर दुर्घटनास्थलों पर सबसे पहले पहुंचते हैं। एम्स भोपाल के अध्यक्ष सुनील मलिक ने कहा, “आपातकालीन चिकित्सा किसी भी अस्पताल का चेहरा होती है, जो आपातकालीन देखभाल में निरंतर प्रगति के महत्व को दर्शाता है।”
यह प्रशिक्षण प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के प्रतिष्ठित शिक्षकों द्वारा संचालित किया गया और इसमें उन्नत सिमुलेशन आधारित शिक्षण, वास्तविक केस आधारित चर्चा और उच्च फैकल्टी-डेलीगेट अनुपात पर जोर दिया गया। यह पहल आम जनता के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि त्वरित और सटीक आपात निदान, महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के लिए प्रतीक्षा समय में कमी, ट्रॉमा मामलों में बेहतर उत्तरजीविता दर और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में आपातकालीन देखभाल की गुणवत्ता में सुधार लाता है। इस कार्यक्रम में कई प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें डॉ. प्रभाकर तिवारी (सीएमएचओ, भोपाल), कर्नल अजीत कुमार (उप निदेशक, प्रशासन), रजनीश जोशी (डीन, एकेडमिक्स), राजेश मलिक (प्रमुख, रेडियो-डायग्नोसिस विभाग ) सहित संकाय सदस्य, छात्र, नर्सिंग स्टाफ और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे।
कार्यक्रम में एम्स दिल्ली, कल्याणी, रायबरेली, नागपुर, ऋषिकेश, रायपुर सहित देशभर के प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ संकाय ने भाग लिया। उन्होंने व्याख्यान, लाइव डेमोंस्ट्रेशन और हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण सत्र के माध्यम से प्रतिभागियों को गहन ज्ञान प्रदान किया। इस कार्यशाला में विभिन्न विशेषज्ञताओं और भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिससे आपातकालीन चिकित्सा में POCUS कौशल को उन्नत करने की व्यापक रुचि परिलक्षित हुई।इस कार्यशाला का आयोजन ट्रॉमा और आपातकालीन चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा किया गया, जिसमें अतिरिक्त प्रोफेसर भूपेश्वरी पटेल, सहायक प्रोफेसर पूजा थावरे और सौरभ त्रिवेदी के साथ एम्स भोपाल की पूरी ट्रॉमा एवं आपातकालीन चिकित्सा टीम ने सक्रिय योगदान दिया।
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