आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल :  1993 में रिलीज हुई फिल्म बाजीगर के लिए शाहरुख खान ने अपने करियर का पहला बेस्ट एक्टर अवॉर्ड जीता था। इस अवॉर्ड को जीतने के बाद शाहरुख अपने घर नहीं, बल्कि ट्रॉफी लेकर सुबह साढ़े 4 बजे सीधे फिल्म के डायरेक्टर अब्बास-मस्तान के घर पहुंचे। यह किस्सा खुद अब्बास-मस्तान ने एक इंटरव्यू में शेयर किया।

सुबह 4:30 बजे डोरबेल बजी

रेडियो नशा को दिए एक इंटरव्यू में इस डायरेक्टर जोड़ी ने कहा, ‘हम भी उस अवॉर्ड फंक्शन में गए थे पर चूंकि वो रमजान का महीना था इसलिए हम जल्दी घर लौट आए। हम सभी एक जॉइंट फैमिली में रहते हैं। सुबह साढ़े 4 बजे किसी ने डोरबेल बजाई। मेरी पत्नी ने आकर बताया कि शाहरुख आया है।’

शाहरुख बोले- मैं अभी तक गौरी से भी नहीं मिला

अब्बास-मस्तान ने आगे बताया, ‘शाहरुख के हाथ में उनकी ट्रॉफी थी और वो हमसे बोले- ‘मैं आप लोगों से मिले बिना घर नहीं जा सकता था। यह मेरी लाइफ का पहला अवॉर्ड है और मैं आपसे गले लेकर आपकी दुआएं लेकर ही घर जाऊंगा। मैं अभी तक गौरी से भी नहीं मिला।’

डायरेक्टर ने बताया- ‘चूंकि वो रमजान का वक्त था इसलिए बाहर बहुत भीड़ थी। शाहरुख ने हमारी दुआएं लीं और वो चले गए। उस वक्त हमें लगा कि वो वाकई यह अवॉर्ड डिजर्व करते थे।’

‘बाजीगर’ ने उस साल 4 फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किए थे। यह उस साल सबसे ज्यादा कमाई करने वाली चौथी फिल्म थी। फिल्म में शाहरुख के अपोजिट काजोल थीं। वहीं शिल्पा शेट्‌टी ने इस फिल्म से डेब्यू किया था।