आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग में शुक्रवार देर रात गोल्ड मेडल जीता। स्विट्जरलैंड के लुसाने शहर में खेली जा रही प्रतियोगिता में नीरज की पहली कोशिश फाउल रही। उन्होंने 5वें प्रयास में 87.66 मीटर भाला फेंका और इसी स्कोर ने उन्हें गोल्ड मेडल दिला दिया।
दूसरे नंबर पर रहे जर्मनी के जूलियन वेबर ने 87.03 मीटर का थ्रो कर सिल्वर मेडल जीता। चेक रिपब्लिक के जैकुब वादलेज तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 86.13 मीटर के थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।
नीरज का यह इस साल यानी 2023 में दूसरा गोल्ड मेडल है। वे मई में दोहा डायमंड लीग में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।नीरज का यह 8वां इंटरनेशनल गोल्ड मेडल है। इससे पहले नीरज एशियन गेम्स, साउथ एशियन गेम्स, ओलिंपिक्स और डायमंड लीग में भी गोल्ड जीत चुके हैं।
मुरली श्रीशंकर मेडल नहीं जीत सके
नीरज के अलावा एक अन्य भारतीय लॉन्ग जंपर मुरली श्रीशंकर ने भी डायमंड लीग में हिस्सा लिया। उन्होंने शुरुआती 5 कोशिशों में 7.75, 7.63, 7.88, 7.59 और 7.66 मीटर की छलांग लगाई। लेकिन ये स्कोर मेडल जीतने के लिए काफी नहीं रहा, वह पांचवें नंबर पर रहे।
नीरज ने 5वें प्रयास में 87.66 मीटर भाला फेंका, उसी ने गोल्ड दिलाया
नीरज ने अपने थ्रो की शुरुआत फाउल के साथ की, लेकिन पांचवें प्रयास में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने कुल 6 थ्रो किए, देखें उनके सभी थ्रो का स्कोर…
पहला थ्रो फाउल रहा। थ्रो फेंकने के दौरान उनका पैर फाउल लाइन के बाहर चला गया।
दूसरे थ्रो में नीरज ने 83.51 मीटर दूर भाला फेंका।
तीसरे थ्रो में नीरज ने अपना स्कोर सुधारा और 85.04 मीटर दूर भाला फेंका।
चौथे प्रयास में नीरज ने फिर फाउल कर दिया, उन पर शुरुआती 3 प्रयास में मेडल लायक स्कोर नहीं कर पाने का दबाव नजर आया।
पांचवें प्रयास में नीरज ने अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दिया। उन्होंने 87.66 मीटर दूर भाला फेंका।
छठे प्रयास में नीरज कॉन्फिडेंट नजर आए, लेकिन वह 84.15 मीटर दूर ही भाला फेंक सके।
छठे प्रयास का ज्यादा असर नीरज के मेडल पर नहीं पड़ा, क्योंकि पांचवें थ्रो में उनका 87.66 मीटर का स्कोर गोल्ड मेडल के लिए काफी रहा।
नीरज करिअर के पर्सनल बेस्ट से 2.28 मीटर दूर रहे
नीरज लुसाने में अपने पर्सनल बेस्ट से 2.28 मीटर दूर रहे। उन्होंने 87.66 मीटर भाला फेंका, जो उनके जून 2022 में स्टॉकहोम डायमंड लीग के पर्सनल बेस्ट स्कोर 89.94 मीटर कम रहा। फिर भी उन्हें भारत के लिए गोल्ड मेडल पक्का किया। हालांकि, उन्होंने लुसाने में अपने ओलिंपिक स्कोर 87.58 मीटर के स्कोर से बेहतर किया।