आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय द्वारा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के जनक पद्मश्री एस.आर. रंगनाथन की 131वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की उपकुलसचिव पूजा चतुर्वेदी और मानविकी एवं उदार कला विभाग की उषा वैद्य बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य पुस्तकालयाध्यक्ष राकेश कुमार खरे ने की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव विजय सिंह जी ने राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस की सभी को शुभकामनाएं और बधाई दी।
इस मौके पर पूजा चतुर्वेदी और उषा वैद्य ने एस. आर. रंगनाथन के योगदान को याद करते हुए कहा कि मनुष्य की सच्ची साथी पुस्तकें ही हैं। पद्म रंगनाथन के अथक प्रयास का ही नतीजा है कि लाइब्रेरी सांइस भारत सहित पूरे विश्व में अपनी महत्ता हासिल कर रहा है। काॅलम क्लासीफिकेशन सर रंगनाथन की ही देन हैं। मनुष्य के शरीर में जो स्थान हृदय का है वही स्थान शिक्षण संस्थान में पुस्तकालय का है।
वहीं राकेश कुमार खरे ने अपने उदबोधन में कहा कि पुस्तकालय के अधिकतम उपयोग से ही युवाओं का भविष्य सुनहरा होगा क्योंकि पुस्तकालय सूचना एवं ज्ञान का संग्रह होती हैं। पुस्तको के ज्ञान की अपनी महिमा होती हैं। जहां रखी पुस्तकों के छिपे ज्ञान का लाभ उठाकर शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ही अपना भविष्य उज्जवल कर सकते हैं।
सत्र का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं एस.आर.रंगनाथन के चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजन से हुआ। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे। सत्र के अंत में सचिन चौरसिया, सहायक ग्रंथपाल ने सभी का आभार व्यक्ति किया।