नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल का सबसे बड़ा विस्तार किया। अब मोदी सरकार में प्रधानमंत्री समेत मंत्रियों की तादाद 78 हो गई है, जबकि पहले 42 थी। इनमें से 15 कैबिनेट मंत्री हैं, 6 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और बाक़ी 22 राज्य मंत्री हैं।

इस फेरबदल को लेकर सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि इतनी बड़ी संख्या में मंत्री या मंत्रालय बदलने से भाजपा सरकार ने खुद स्वीकार कर लिया है कि वो हर क्षेत्र में नाकाम रही है। ज़रूरत केवल डिब्बे नहीं पूरी ट्रेन को बदलने की है।

अखिलिश ने कहा कि भाजपा ने सरकार चलाने का नैतिक अधिकार खो दिया है। देश-प्रदेश में बदलाव की लहर है। गौरतलब है कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने विभागों का बंटवारा भी कर दिया। मनसुख मांडविया को स्वास्थ्य मंत्रालय तो वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय मिला है।

इसके साथ ही रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर, डॉ हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल निशंक, संतोष गंगवार और बाबुल सुप्रियो पर गाज गिराते हुए उन्हे मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है।