आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत में हंगामा टीवी पर प्रसारित होने वाले पॉपुलर कार्टून शिन-चैन को कौन नहीं जानता।
5 साल के शरारती शिन-चैन और जापान के कासुकाबे शहर की कहानी बच्चों के साथ-साथ नौजवानों को भी पसंद है। इस किरदार को बनाने वाले थे योशितो यूसुई, जो खुद भी कासुकाबे शहर में रहा करते थे।
कई जापानी रिपोर्ट्स के अनुसार शिन-चैन की कहानी जापान में रहने वाली मिसाई नाम की औरत पर आधारित है, जिसका 5 साल का बेटा उसकी बेटी को बचाते हुए मारा गया था। इसी पर योशितो ने 1990 में मंगा मैगजीन के लिए इस किरदार को बनाया था, जो पहले टीवी सीरीज में इस्तेमाल हुआ और फिर फिल्मों में।
ये शो 45 देशों में 30 भाषाओं में दिखाया जाता है। हालांकि भारत, साउथ कोरिया, मलेशिया, पुर्तगाल और स्पेन जैसे कई देश न्यूडिटी और अश्लीलता फैलाने के आरोप में इस शो को बैन कर चुके हैं, लेकिन ये बैन ज्यादा दिनों तक नहीं रह सका। लोगों की डिमांड के बाद शिन-चैन से बैन हटाया गया और उससे एडल्ट कंटेंट हटाकर दोबारा सभी देशो में दिखाया गया।
जब 2009 में शिन-चैन बनाने वाले योशितो यूसुई की माउंटेन से गिरकर मौत हुई तो 2010 में शिन-चैन को बंद कर दिया गया। तब तक कैरेक्टर और शो की पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ चुकी थी कि टीम ने उसे दोबारा शुरू किया। तब से लेकर 2023 तक शिन-चैन कैरेक्टर पर 31 हिट फिल्में रिलीज हो चुकी हैं।
आज योशितो यूसुई की डेथ एनिवर्सरी पर जानिए उनके बनाए आइकॉनिक कार्टून के बनने की कहानी-
21 अप्रैल 1958 को योशितो यूसुई का जन्म जापान के कासुकाबे शहर में हुआ। हाईस्कूल से निकलकर योशितो ने डिजाइनिंग सीखने के लिए कॉलेज में दाखिला लिया, लेकिन उन्होंने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। 1987 में उन्होंने POP एडवर्टाइजेंट कंपनी में नौकरी करनी शुरू की और कार्टूनिस्ट बन गए।
जापान में मंगा मैगजीन काफी पॉपुलर थीं, जिनमें वीकली कार्टून छपा करते थे। 3 साल तक मैगजीन के साथ काम करने के बाद योशितो ने क्रेयॉन शिन-चैन कार्टून बनाया, जो 1990 से मैगजीन में छपने लगा।
एक्सीडेंट में मारे गए जापानी बच्चे पर आधारित है शिन-चैन का किरदार
कई जापानी रिपोर्ट्स के अनुसार शिन-चैन शो की कहानी जापान के कासुकाबे शहर में रहने वाले एक जापानी बच्चे की कहानी पर आधारित है, जिसकी 5 साल की उम्र में अपनी बहन को बचाते हुए मौत हो गई थी। मिसाई नाम की एक महिला अपने बच्चों के साथ शॉपिंग करने गई थी। उसने अपने 5 साल के बेटे शिनोसुके नोहारा से छोटी बहन का ध्यान रखने को कहा था, लेकिन वो खिलौनों में इतना व्यस्त हो गया कि उसका ध्यान हट गया। उसकी छोटी बहन हिमावारी चलते-चलते रोड पर पहुंच गई, जहां कई गाड़ियां आ-जा रही थीं।