इन आरोपों पर प्रदेश के मंत्री कमल पटेल का कहना है कि आयकर दाता व सरकारी नौकरीपेशा इस योजना के पात्र नहीं हैं, बाकी काई भी जा सकता है. उन्होंने कांग्रेस को अपने गिराेबान में झांकने को कहा है.
हरदा से तीर्थ दर्शन योजना के लिए ट्रेन रवाना हुई.इस ट्रेन को कृषि मंत्री कमल पटेल और प्रभारी मंत्री तुलसी पटेल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 300 लोग रामेश्वर के लिए रवाना हुए हैं.इस यात्रा पर कांग्रेस के पूर्व विधायक आरके दोगने ने सवाल उठाए हुए.दोगने ने कहा कि इसमें कृषि मंत्री कमल पटेल की सास सरजू बाई निवासी अहलवाड़ा और ससुराल पक्ष के अन्य लोगों को सरकारी खर्च पर तीर्थ दर्शन यात्रा के लिए भेजा गया है.जबकि यह यात्रा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए है.
पात्रों का हक छीन रहे मंत्री और विधायक
आरके दोगने ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना वास्तव में उन लोगों के लिए जो आर्थिक रूप से कमजोर है, लेकिन मध्य प्रदेश के बीजेपी नेता,मंत्री ही निर्धन लोगों के हक पर डाका डाल रहे हैं.उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि सतना में एसपी के पिता को सरकारी खर्च पर तीर्थ यात्रा पर भेजने के मामले में प्रशासन ने कार्रवाई की.इस मामले में मंत्री को मंत्रीमंडल से हटाना चाहिए.
वहीं कांग्रेस प्रावक्ता आदित्य भार्गव ने आरोप लगाया है कि तीर्थ यात्रियों में ज्यादातर बीजेपी और उसके अनुषांगिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता व परिजन शामिल हैं. इनमें भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष नितिन गुप्ता और उनकी पत्नी मीना,विधायक प्रतिनिधि हर्षिता राजपूत के पति विनय,खिरकिया नगर पंचायत पार्षद पति संजय यादव,हेमंत जोशी के नाम हैं.
अपने गिरेबान में झांके कांग्रेस
वहीं आरोप लगने के बाद कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने 15 माह में तीर्थ दर्शन, संबल योजना, किसानों का बीमा प्रीमियम राशि सब बंद कर दी थी, वे अपने गिरेबान में झांकें.उनके पास आरोप लगाने के अलावा कोई काम नहीं है.मंत्री पटेल ने कहा कि आयकर दाता व सरकारी नौकरीपेशा इस योजना के पात्र नहीं हैं, बाकी काई भी जा सकता है.