आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने के बाद पहली बार पहलवान विनेश फोगाट ने प्रतिक्रिया दी है। विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर पुष्पमित्र उपाध्याय की कविता शेयर की है।

जिसमें लिखा है- सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे, छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो, खुद ही अपना चीर बचा लो, ध्यूत बिछाए बैठे शकुनि, मस्तक सब बिक जाएंगे, सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो…। उनके इस ट्वीट को बृजभूषण पर चार्जशीट से जोड़कर देखा जा रहा है।

पहलवान साक्षी मलिक ने शुक्रवार को कहा था कि चार्जशीट देखने के बाद ही हम अगला कदम उठाएंगे। यह भी देखेंगे की हमारे साथ किए गए वादे पूरे हुए या नहीं।

विनेश फोगाट की शेयर की कविता…

एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप के ट्रायल 10 अगस्त के बाद कराए जाने की मांग

6 ने पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को लेटर लिख कर एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप के ट्रायल 10 अगस्त के बाद कराए जाने की मांग की है। इनमें पत्र लिखने वालों में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, संगीता और जितेंदर शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि धरने की वजह से उन्हें 23 सितंबर से हांगझोउ (चीन) में होने वाले एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल की तैयारियों के लिए कुछ और समय की जरूरत है। मंत्रालय ने भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की एडहॉक समिति से पहलवानों की मांग पर विचार करने को कहा है। वहीं, IOA ने शुक्रवार को एशियाई ओलिंपिक परिषद (OCA) से एक माह की देरी से एंट्री भेजने की मंजूरी मांगी है।एशियाई खेलों के लिए नाम के साथ एंट्री की अंतिम तिथि 15 जुलाई है। एडहॉक समिति इससे पहले ट्रायल चाह रही है।

रेसलर्स के धरने में अब तक क्या हुआ?

18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया। आरोप लगाया कि WFI के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।

21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई।

23 अप्रैल को पहलवान बृजभषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर फिर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए।

28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट में 2 एफआईआर दर्ज की।

3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच जंतर-मंतर पर झड़प हो गई।

21 मई को महापंचायत हुई और इंडिया गेट पर कैंडल मार्च और 28 मई को नए संसद भवन पर महिला महापंचायत करने का फैसला लिया गया।