आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत की वेटलिफ्टर बिंदियारानी देवी ने साउथ कोरिया में चल रही एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीत लिया। बिंदिया रानी मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले से आती हैं। यहां मैतेई और नगा-कुकी समुदाय में हो रही हिंसा की आग वेटलिफ्टर के गांव लंगोल तक भी पहुंच चुकी है। इसमें गांव के कुछ लोगों की मौत हो गई, लेकिन परिवार ने बिंदियारानी को मुकाबले से पहले हिंसा के बारे में कुछ नहीं बताया। वे नहीं चाहते थे कि इस विवाद का असर बिंदियारानी के खेल पर पड़े।

बिंदियारानी खुद मैतेई समुदाय से आती हैं, जो हिंसा का हिस्सा है। हिंसा में शामिल कुकी समुदाय के लोग उनका गांव छोड़कर चले गए हैं। बिंदिया ने साउथ कोरिया में चैम्पियनशिप के दौरान भास्कर से बात की। उन्होंने कहा, ‘मैं चाहती हूं, कोई हमारा पुराना वाला मणिपुर जल्दी से लौटा दे। जैसे हम पहले रहते थे, वैसे ही फिर से मिलकर रहें। सरकार से गुजारिश है कि जल्द इस मसले का हल निकाले।’

अब पढ़ें भास्कर से बातचीत में बिंदिया रानी ने क्या कहा…

सवाल: मणिपुर में जो भी हो रहा है, उस पर क्या कहना चाहती हैं?

जवाब: हमारे गांव में कुकी समुदाय और हम सब मिल कर रहते थे। कभी पता ही नहीं चला कि वे शेडयूल ट्राइब के हैं। चुरचांदपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच कुछ दिन पहले हुई हिंसा का असर मेरे गांव पर भी पड़ा। मैं चाहती हूं कि वहां फिर से शांति लौट आए और सभी लोग पहले की तरह मिलकर रहें।

सवाल: क्या आपका परिवार और दोस्त सुरक्षित हैं? उनसे आखिरी बार कब बात हुई थी?

जवाब: मेरा परिवार ठीक है, लेकिन गांव में 2-3 लोगों की मौत हुई है। घर वालों से सोमवार को बात हुई थी। इवेंट से पहले और बाद में भी बात हुई। हिंसा से मेरे परिवार वाले परेशान हैं। कुछ लोगों के गांव से चले जाने से वे दुखी भी हैं। वे सब हमारे जानने वाले ही थे।