आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: रेसलिंग, बॉक्सिंग के बाद अब भारतीय जिम्नास्टिक टीम के चयन पर विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय ओलिंपिक संघ ने अगले महीने में चीन में होने जा रहे एशियन गेम्स खेलने जा रही भारतीय टीम की लिस्ट से देश की टॉप जिम्नास्ट दीपा कर्माकर का नाम यह कहकर काट दिया है कि दीपा ने पिछले कुछ साल में इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है, जबकि दीपा ने हाल ही में नेशनल ट्रायल ने नंबर-1 पोजिशन हासिल की है।
29 साल की दीपा ने खुद को टीम से बाहर किए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कहा- ‘यदि केंद्रीय खेल मंत्रालय स्पेशल कंडीशन में फुटबॉल टीम को एशियाड खेलने भेज सकती है, तो मुझे क्यों नहीं? मैंने तो ट्रायल भी जीते हैं।’
दीपा ने खुद के इंटरनेशनल न खेलने के तर्क का जवाब देते हुए कहा कि इंटरनेशनल लेवल पर भारतीय फुटबॉल टीम का प्रदर्शन और रैंकिंग भी उतनी अच्छी नहीं है, लेकिन उन्हें भेजा जा रहा है। तो फिर मेरा नाम क्यों काटा गया है?
कर्माकर के अलावा, उनके कोच ने इसे भारतीय ओलिपिंक संघ का गैरजिम्मेदाराना फैसला बताते हुए कहा है कि टीम का ऐसा सिलेक्टशन भारतीय जिम्नास्टिक को डूबो देता। आगे इस स्टोरी में पढ़ेंगे सिलेक्शन पर दीपा कर्माकर और उनके कोच ने क्या कहा, पूरा मामला और दीपा का नाम क्यों काटा गया…
विस्तार से पढ़िए दीपा कर्माकर ने अपना नाम कटने पर क्या-क्या कहा…?
मुझे नहीं पता क्या हो रहा है, मैं इतना जानती हूं कि तैयारी प्रभावित हो रहीं: दीपा कर्माकर
‘सुनने में आया है कि मेरा नाम नहीं भेजा है, पता नहीं साई का कुछ क्राइटएरिया है, जिसके कारण मुझे नहीं भेजा है। उनका क्राइटेरिया क्या है यह तो मुझे नहीं पता है, लेकिन ये पता है कि मेरा नाम नहीं भेजा है। देखते हैं आगे क्या होता है क्या नहीं। फिलहाल मैंने अपनी ट्रेनिंग जारी रखी है। पिछले दो-तीन साल से मैं चोट के कारण कुछ टूर्नामेंट नहीं खेल सकी। बताया जा रहा है कि साई ने इसी कारण से मेरा नाम काटा है, लेकिन साई ने फुटबॉल टीम को भी तो भेजा है। इंटरनेशनल लेवल पर उनका प्रदर्शन भी उतना खास नहीं है। मैं किसी की आलोचना नहीं कर रही हूं, लेकिन यदि फुटबॉल टीम को भेजा जा सकता है तो मुझे क्यों नहीं। मैंने तो कुछ दिन पहले ट्रायल में नंबर-1 पोजिशन हासिल की है। मैंने साई को पत्र लिखा है देखते हैं कि क्या होता है। मुझे इतना पता है कि मेरी तैयारियां प्रभावित हो रही हैं, लेकिन मैंने प्रैक्टिस नहीं छोड़ी है।’