मध्य प्रदेश में नेताओं के बयानों पर लगाम के साथ मीडिया में दिखने की होड़ पर लग सकता है अंकुश। फाइल फोटो।

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नसीहतें भले ही पार्टी के कुछ दिग्गजों को चुभन दे गईं हों, लेकिन इसका असर मध्य प्रदेश में दिखेगा। विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच नेताओं से जिस तरह के आचरण की अपेक्षा की गई है, उसके प्रभाव में कई दिग्गजों के तौर-तरीके बदलते हुए दिखाई दे सकते हैं। मोदी ने पार्टी नेताओं को नफरत बढ़ाने वाले बयानों और विरोध करने की आदत से बचने की सलाह दी है। उन्होंने फिल्मों के बारे में जल्दबाजी में कुछ भी बयान देने से बचने की सलाह भी दी है। साथ ही कहा है कि चुनाव में जीत के लिए सिर्फ मोदी के ही भरोसे न रहें, बल्कि जनता के बीच स्वयं जाएं।

ये नसीहत मध्य प्रदेश के उन भाजपा नेताओं को बंगलों से बाहर निकलने को मजबूर करेगी, जो शीर्ष नेतृत्व के चेहरे और पार्टी चुनावी तैयारियों के भरोसे हैं। दरअसल, हिंदुत्व का मुद्दा गरमाने के फेर में कई बार भाजपा के कुछ दिग्गज ऐसे बयान दे देते हैं, जिससे समाज में विभाजन की लकीर उभरने की आशंका बन जाती है। इसी तरह मुस्लिम विरोधी बयानों पर भी अंकुश लगभग समाप्त होता जा रहा है। फिल्मों व विज्ञापनों के विवादों के मामले भी कई बार धर्म के संदर्भ में जोड़े जा चुके हैं, तो आतंकवाद, दंगे और हत्या-दुष्कर्म जैसे संगीन अपराधों पर दिए गए बयानों में भी असल मुद्दे के बजाए नफरत पर फोकस करने से भाजपा की फजीहत होती रही है।

बयानों के बाद दिखते हैं नफरत के निशान

बालीवुड की फिल्मों के विरोध के मामले में भी प्रदेश के एक दिग्गज नेता तत्काल सख्त फैसलों से अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। फिल्मों को लेकर सख्ती का तत्कालीन लाभ तो दिखाई पड़ता है, लेकिन इसके पीछे उभरते नफरत के निशान शीर्ष नेतृत्व को दिखाई पड़ रहे हैं। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में विजय का संकल्प मध्य प्रदेश में भी सत्ता बचाने की मंशा को अमलीजामा पहनाने से अलग नहीं है। पार्टी जीत सुनिश्चित करना चाहती है, लेकिन नफरत और दूरी की बुनियाद पर नहीं।

प्रधानमंत्री की हर बात हमारे लिए शिरोधार्य – मिश्रा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा फिल्मों पर अनावश्यक बयानबाजी न करने की नसीहत पर गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है। प्रधानमंत्री की हर बात हमारे लिए शिरोधार्य है। सारे कार्यकर्ता वहां से प्रेरणा लेकर आए हैं। हमारा आचरण और व्यवहार हमेशा उनके मार्गदर्शन में ऊर्जा से भरते हैं।

मोदी की इन नसीहतों का दिखेगा असर

– हम सारे दिन काम करते हैं और कुछ लोग किसी फिल्म पर बयान दे देते हैं, उसके बाद सारे दिन टीवी और मीडिया में वो ही चलता है. बेवजह के बयानों से बचना चाहिए।

– मुस्लिम समाज के बारे में गलत बयानबाजी न करें।

– पार्टी के कई लोगों को अब भी लगता है कि विपक्ष में हैं, पार्टी के कई लोगों को मर्यादित भाषा बोलनी चाहिए।