आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : सुभाष घई का धारावाहिक ‘जानकी’ 15 अगस्त से दूरदर्शन पर प्रसारित होने जा रहा है। सुभाष घई ने शो के टाइटल सॉन्ग सहित चार-पांच गाने भी लिखे हैं। शो के प्रमोशन के दौरान सुभाष घई ने दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान अपने करीबी नितिन देसाई को याद किया। उन्होंने बताया कि दिवंगत आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई का सपना अधूरा रह गया।

नितिन जी बहुत उमदा और गुणी इंसान थे- सुभाष

बातचीत के दौरान सुभाष घई ने कहा- नितिन देसाई हमारे भारत के बहुत निपुण कलाकार रहे हैं। वह हमारे बहुत अच्छे मित्र रहे हैं। उनका इस तरह से जाना हमारे लिए बेहद दुखद है। हमने 1992 में ‘सिनेमा सिनेमा हंड्रेड’ करके बहुत बड़ा स्टेज शो किया था, जिसके लिए नितिन जी ने 150 फुट का थ्री-डी स्टेज बनाया था। वे तो बहुत उमदा और गुणी इंसान थे।

क्रिएटिव आदमी को पैसे वाले लालच देते हैं- सुभाष

दिवंगत आर्ट डायरेक्टर को याद करते हुए सुभाष ने कहा- ‘उनका जिस तरह से देहांत हुआ है, उसका हमें बहुत दुख हुआ। क्रिएटिव आदमी को पैसे वाले लालच देते हैं कि तुम यह कर सकते हो, वह भी कर सकते हो। वह शुरू कर देते हैं, पर कभी नहीं हो पाता है और उनका पैसा वापस नहीं मिलता है। तब उन्हें दबाना शुरू कर देते हैं। ऐसे में क्रिएटिव आदमी को अपनी जीत में भी हार नजर आती है। यार इन्होंने पैसा लगाया है और इनका पैसा नहीं दे पा रहा हूं।

पहुंच और बैंक बैलेंस देखकर ही काम करना चाहिए- सुभाष घई

क्रिएटिव आदमी के लिए यह सीख है कि जितनी हमारी पहुंच है, जितनी हमारी कॉमर्स है, उतना ही करना चाहिए। इन लोगों के चक्कर में नहीं आना चाहिए, जिन्हें इन्वेस्टर बोलते हैं। हमने सिनेमा का गुणी कलाकार खोया है। हम 10 अगस्त को व्हिसलिंग वुड्स में उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसमें एक हजार स्टूडेंट होंगे।

सुभाष घई के साथ मिलकर शो बनाने वाले थे नितिन

हम साथ मिलकर ‘दूरदर्शन’ के लिए ‘स्वराज’ नामक प्रोग्राम बनाने वाले थे, जिसमें 75 स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में उनकी कहानी बनाकर देना था। उस समय इस बात को लेकर बड़ी चर्चा हुई थी। हमने तीन-चार महीने मिलकर काम भी किया था। लेकिन ‘दूरदर्शन’ वालों ने कमर्शियली समझा कि किसी और को देना चाहिए, तब उन्होंने किसी और को दे दिया। उनका यह सपना अधूरा रह गया।