आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/ आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: वाजुद्दीन सिद्दीकी और उनकी एक्स वाइफ आलिया के बीच बच्चों की कस्टडी को लेकर हो रही सुनवाई खत्म हो गई है। कोर्ट ने अगले 45 दिन तक बच्चों की कस्टडी आलिया को दी है। इस दौरान बच्चों को दुबई भेजा जाएगा जहां वे पढ़ाई कर रहे हैं। 45 दिन बाद कोर्ट फिर इस मामले की सुनवाई करेगी।
ये जानकारी आलिया के वकील रिजवान सिद्दीकी ने दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए दी है। रिजवान सिद्दीकी का कहना है नवाज को अपने बच्चों से मिलने की मनाही नहीं है। वो जब चाहे अपने दुबई वाले घर पर आकर बच्चों से मुलाकात कर सकते हैं।
30 मार्च को हुई पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए वो मामले को बंद कमरे में सुलझाना चाहती है। कोर्ट ने कहा था, “हम बच्चों के लिए चिंतित हैं, इसलिए शांति और सौहार्दपूर्ण ढंग से मामला सुलझाने की संभावना तलाश कर रहे हैं।” सुनवाई के दौरान बेंच ने नवाजुद्दीन, आलिया और उनके दोनों नाबालिग बच्चों को कोर्ट के सामने पेश होने का निर्देश दिया था।
नवाज ने भेजा था सेटलमेंट ऑफर
नवाजुद्दीन ने आलिया को सेटलमेंट लेटर भेजा था, लेकिन इसके बावजूद मामला सुलझ नहीं सका। रिपोर्ट्स की माने तो नवाजुद्दीन ने एक शर्त रखी थी कि अगर उन्हें अपने बच्चों से मिलने दिया गया तो वो आलिया के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर याचिका वापस ले लेंगे। इस पर जवाब देते हुए आलिया के वकील का कहना था कि नवाज खुद अपने बच्चों से मिलना नहीं चाहते, उन्हें रोका किसने है।
नवाज के मानहानि केस पर भाई शमास का पलटवार
नवाजुद्दीन ने कुछ दिन पहले अपने भाई शमास सिद्दीकी और आलिया पर 100 करोड़ का मानहानि का केस किया था। नवाजुद्दीन का आरोप था कि ये दोनों मिलकर पब्लिक में उनकी इमेज खराब कर रहे हैं। इसी के जवाब में उनके भाई शमास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए कहा कि वो इस मानहानि के केस से डरने वाले नहीं हैं।